गरियाबंद. प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है. सीनपाली कांदामूड़ा मार्ग में इस साल भी कोई चेकपोस्ट नहीं लगाया गया है. इस रास्ते अब भी ओड़िशा का धान दबंग लोग आसानी से पार करवा रहे हैं. इसकी कलाई तब खुल गई जब 53 बोरा ओड़िशा का धान से भरा पिकअप अमलीपदर तहसील के खजूरपदर तालाब मोड़ के पास पलट गई. पिकअप करीब दो घंटे तक वहीं पड़ा रहा. इसी समय एक पोकलेन मशीन पहुंची और पिकअप को खड़ा किया. जिसके बाद पिकअप को ग्रामीणों ने अपने कब्जे में ले लिया. पूरी प्रकिया को कवरेज करने जब मीडिया मौके पर पहुंची तो कुछ दंबगाई प्रवृत्ति के लोग फोटो वीडियो बनाने से मना करते रहे, इतना ही नहीं मोबाइल छीन कर वीडियो फोटो भी डिलीट कर दिया.

वाहन चला रहे चालक ने कदलीमुडा निवासी लीलाधर नागेश का गाड़ी होना बताया. हालांकि ऑन रिकॉर्ड वाहन अंकुश कुमार के नाम से पंजीकृत है. उसी के कहने पर धान लेकर आना भी स्वीकार कर रहा था. माजरे की पल पल की रिपोर्ट सीनापाली चेक पोस्ट में तैनात सिपाही बलराम सोनी अफ़सरो को दे रहा था. लेकिन भीड़ और खराब माहौल का हवाला देकर कोई भी जिम्मेदार कार्रवाई के लिए नहीं पहुंचा था.

पिछली बार भी चर्चा में था कांदामूड़ा मार्ग

पिछले साल दिसंबर महीने में कांदामूड़ा सीनापाली मार्ग पर मंडी निरीक्षक रजनी तिवारी ने ओड़िशा के धान के साथ पिकअप जब्त किया था. कार्रवाई होती उससे पहले 8 बाइक में सवार 20 लठैत पहुंच कर पिकअप छुड़ा ले गए. सीनापाली और भरूवामूड़ा चेक पोस्ट के बीच मे कांदामूड़ा मार्ग पड़ता है, जो नुआपाड़ा जिले की सीमा को जोड़ता है. पिछले ही साल दबंगो ने भरूवामूड़ा चेक पोस्ट को तोड़ कर धान भरा पिकअप पार करवाया था. इस मामले में 5 लोगो पर सख्त कानूनी कार्रवाई भी किया गया था.

दो चेकपोष्ट भी चर्चा में

देवभोग थाना क्षेत्र के मगररोड़ा और अमलीपदर थाना क्षेत्र के बिरिघाट चेक पोस्ट से धान खुलेआम पार होने की चर्चे है. इन पोस्ट में जिन्हें ड्यूटी देख रेख की दी गई है उन्हीं की सांठगांठ में आसानी से ओड़िशा नवरंगपुर सीमा क्षेत्र से धान पार हो रहे हैं. चेक पोस्ट कर्मियं की साठगांठ के कारण मगररोड़ा में मंडी सचिव के पहुंचने से पहले सीमा पार गाड़ी रुकवा दिया गया था, जहां से अफसरों को हुज्जत कर बैरंग लौटाया गया.

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