अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार एक परिंदे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. भोपाल नगर निगम ने 40 फीट ऊपर ज़मीन और आसमान के बीच फंसे परिंदे का रेस्क्यू किया. 7 घंटे तक कबूतर जिंदगी और मौत से जूझता रहा. BMC ने 1 घंटे की जद्दोजहद के बाद कबूतर की जान बचाई. जिसके बाद परिंदे ने राहत की सांस ली.
दरअसल भोपाल के कोलार क्षेत्र में एक कबूतर उड़ान भरने के दौरान एक पतंग के धागे में उलझ गया. उड़ते-उड़ते कबूतर धागे में फंसकर एक पेड़ की टहनी में लटक गया. परिंदा आसमान में कई घंटों तक तड़पता रहा. अचानक उस पर पशु प्रेमी की नजर पड़ी. इसकी सूचना BMC को दी गई. जिसके बाद उसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने की योजना बनाई गई.
यह पहला मौका था जब एक परिंदे के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया. नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने जोखिम भरा ऑपरेशन चलाया. BMC की टीम ने कबूतर को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी. 40 फीट ऊपर फंसे कबूतर को करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद धागे से बाहर निकाला गया. इस तरह उसकी जान बचाई गई. तब जाकर कबूतर ने राहत की सांस ली.
परिंदे का रेस्क्यू करने वाले कर्मचारी पंकज खरे ने बताया कि यह घटना आज दोपहर साढे 11 बजे की है. पशु प्रेमी की सूचना दी कि बड़े पेड़ पर पतंग की धागे पर कबूतर लटक रहा है. जब हम वहां पहुंचे, तो देखा की पेड़ की हाइट बहुत है. करीब 7 से 8 घंटे कबूतर वहां लटकता रहा. हमारी सीढी छोटी पड़ रही थी, जिसके बाद नगर निगम की बिजली क्रेन की मदद से कबूतर तक पहुंचने में सफल हुए.
उन्होंने आगे बताया कि पेड़ की हाइट अधिक होने और हवा तेज होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन करने में दिक्कत आ रही थी. कबूतर की जान भी खतरे में थी. किसी तरह कबूतर को वहां से निकाला गया और उसे पानी पिलाया गया. बेहोश होने के चलते कबूतर को सीपीआर भी दिया गया. जिससे वो होश में आ गया. अभी वो पूरी तरह स्वस्थ है. उसे आजाद कर दिया गया है.
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