जितेंद्र सिन्हा, राजिम। गरियाबंद जिला के अंतिम छोर स्थित फिंगेश्वर ब्लाक मुख्यालय के सिर्रीकला ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन योजना के तहत खोदे गए गड्ढे जिम्मदारों की अनदेखी की वजह से अब जानलेवा बन गए हैं. दरअसल, 3 साल का मासूम योगराज साहू पानी पिने के लिए नल के पास गया था तभी बच्चा नल के पास पानी से भरे गड्ढे में अचानक गिर गया. पानी में डूबने से बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है.

बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने नवापारा स्थित निजी हॉस्पिटल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया. जहां चिकित्सा विशेषज्ञयों ने बच्चे की फेफड़े में पानी पहुंच जाने की स्थिति में तकरीबन 10 दिनों तक आईसीयू वार्ड में रखा हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है. मामले में परिजन मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान होने के कारण साशन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. साथ ही मामले मे दोषी ठेकेदार के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग किये हैं.

नल जल योजना के तहत ग्रामों में पानी टंकी से पानी आपूर्ति करने पाईप लाइन और नल लगाने जगह-जगह खोदे गए जानलेवा गड्ढे को किसी अनहोनी घटना से पहले भरने ग्रामीणों ने ठेकेदार को अवगत कराया था लेकिन ठेकेदार के गैर जिम्मेदाराना रवाइए के चलते 3 साल का मासूम हादसे का शिकार हो गया.

काम हुआ नहीं सरपंच ने राशि आहरण करने जारी किया एनओसी

इस मामले में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की ग्राम पंचायत के सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों ने ठेकेदार से आपसी मिली भगत कर आधे अधूरे काम होने के बावजूद पूरे काम होने का व्हवाला देते ठेकेदार को कार्य पूर्णता होने की प्रस्ताव पास कर राशि आहरण किये जाने विभाग को स्वीकृति प्रदान की. अब ग्राम में मासूम बच्चे की ठेकेदार की लापरवाही के चलते घटना में गंभीर रूप से घायल होने पर ग्राम पंचायत के सरपंच मोहन साहू एनओसी को निरस्त करने विभाग को पत्र भेजे जाने की जानकारी दी है.

वहीं इस पूरे मामले में मासूम योगराज साहू के पिता हेमसिंह साहू सहित ग्रामीणों ने फिंगस्वर थाने में लिखित में शिकायत और ब्यान देकर निष्पक्ष जांच करने की मांग की है और दोषी ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.