सुप्रिया पाण्डेय,रायपुर। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया राजीव भवन में कांग्रेस जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारियों की बैठक करीब 7 घंटे तक बैठक ली. बैठक में सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने पर फोकस किया गया है. पीएल पुनिया ने कहा कि बैठक में विचारों का आदान-प्रदान हुआ है. क्या-क्या मेनिफेस्टो के पॉइंट थे क्या-क्या उसमें पूरे हुए और किन महत्वपूर्ण विषयों में निर्णय लिए गए ? इस पर चर्चा हुई है. सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी स्तर पर भी इस तरह की बैठक होगी. इसमें कार्यकर्ता व पदाधिकारी विषय की जानकारी लेते रहेंगे और जनता को बताएंगे कि हमारी सरकार शानदार काम कर रही है. कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है. मीटिंग जिला स्तर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष-पदाधिकारी के द्वारा आयोजित की जाएगी.

मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि पुनिया जी ने हम सब को कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि सभी जिले में जिला पदाधिकारियों की इसी प्रकार से बैठक होंगी. पूरे दिन बैठक होगी और सरकार के कार्यक्रमों की चर्चा होगी. जो भी खामियां है, उसको दूर किया जाएगा. संगठनात्मक विस्तारीकरण को लेकर हम अपने कार्यक्रमों को लेकर अपने कार्यकर्ताओं के बीच में जाएंगे. इन मुद्दों पर चर्चा हुई.

केंद्र सरकार पर है भरोसा

केन्द्र के चावल नहीं लेने पर रविन्द्र चौबे ने कहा कि अभी हम केंद्र सरकार पर भरोसा करते हैं. उन्होंने कहा है कि 60 लाख मैट्रिक टन चावल छत्तीसगढ़ के किसानों के द्वारा पैदा किए गए धान से लेंगे. हम अपने केंद्र सरकार के ऊपर अभी भी विश्वास करते हैं, हमारा चावल केंद्र सरकार से निश्चित रूप से लेगी.

अंग्रेजों ने नहीं, लेकिन मोदी ने सड़क पर लगवाएं कील

किसानों के चक्का जाम को लेकर मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि यह केवल कांग्रेस का सपोर्ट नहीं है. हिंदुस्तान में केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानून को हम लोगों ने काला कानून कहा है. राहुल जी ने समर्थन का ऐलान किया. हिंदुस्तान में पहली बार ऐसा हुआ है. अंग्रेजों ने भी किसी आंदोलनकारी के लिए सड़कों पर कीले नहीं लगवाए थे, लेकिन मोदी जी की सरकार ने किसानों के रास्ते में कीले लगवा दिए. रावण राज में जो काम नहीं हुआ वह मोदी राज में हो रहा है और यह तीनों काले कानून को वापस लेने के लिए पूरे हिंदुस्तान के किसानों ने चक्का जाम किया था. कांग्रेस ने भी इसमें समर्थन किया समूचे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों ने सड़कों पर चक्का जाम कर के आंदोलन को समर्थन दिया.

मुख्यमंत्री की बढ़ी जिम्मेदारी, असम में लौटेगी कांग्रेस

मंत्री रविंद्र चौबे नहीं असम चुनाव को लेकर कहा कि केंद्रीय हाईकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका ने हमारे मुख्यमंत्री को असम चुनाव के लिए मुख्य आब्जर्वर पर बनाया है. निश्चित रूप से मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी बढ़ी हुई है दूसरे दौरे में वहां ट्रेनिंग का कार्यक्रम पूरे प्रदेश का कांग्रेस कमेटी के द्वारा संचालित किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल मॉडल के जरिए भाजपा के 15 साल कुशासन से हमने मुक्ति पाई और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हुकुमत कायम हो सकी. उसी तरह ट्रेनिंग कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने के लिए पहला कार्यक्रम प्रदेश स्तरीय गुवाहाटी में हो चुका है. हमारे कांग्रेस के साथी वहां जा रहे हैं. अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में उनको जवाबदेही दी गई है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और उनकी पूरी असम चुनाव को लेकर वातावरण बनाएगी. उम्मीद करते हैं कि असम में भी कांग्रेस की सरकार लौटेगी.

बीजेपी के बुद्धिजीवियों की गिनाई शैक्षणिक योग्यता

भाजपा के बुद्धिजीवी सम्मेलन को लेकर आर पी सिंह ने कहा कि बजट के फायदे गिनाने के लिए केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों में भेजा जा रहा है. उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी की ड्यूटी यहां पर लगाई गई है. जिसे भारतीय जनता पार्टी ने बुद्धिजीवी संदर्भ नाम दिया है. उसमें तीन आयोजनकर्ता है. पहले राजेश मूणत है, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 11 वीं पास है. दूसरे आयोजनकर्ता है श्रीचंद सुंदरानी. जिनकी शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास और तीसरे आयोजन का नाम है छगन मुंदड़ा वे हाई स्कूल पास है. भारतीय जनता पार्टी के बुद्धिजीवी सम्मेलन में ऐसे लोग शामिल है. ऐसे सम्मेलन में तो भगवान ही मालिक है.

इस दौरान कांग्रेस के प्रभारी सचिव चंदन यादव के अलावा राज्यसभा सदस्य केटीएस तुलसी, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री मोहम्मद अकबर, ताम्रध्वज साहू, जयसिंह अग्रवाल और प्रेमसाय सिंह टेकाम मौजूद रहे.