राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। पर्यावरण बचाने के लिए मध्य प्रदेश में लगातार दो महीने तक बड़े स्तर पर पौधारोपण अभियान चलेगा। अभियान का आगाज करने के साथ सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सजावटी ओर हेज प्लांट से पूरी तरह दूरी बनाए जाए। पौधारोपण में छायादार और औषधीय प्रजाति के पौधे ही रोपे जाएं। इस दौरान स्मृति वन, नक्षत्र वन और संस्कृति वन विकसित करने पर फोकस किया जाए।
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प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में 15 जुलाई से 15 सितम्बर तक व्यापक रूप से पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। दो महीने तक चलने वाले पौधारोपण में शहरी इलाकों में एक करोड़ 75 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य तय किया गया है। इस संबंध में नगरीय विकास एवं आवास विभाग से सभी कलेक्टर्स को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। भोपाल और इंदौर नगर निगम में 15-15 लाख, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन नगर निगम में 10-10 लाख जबकि अन्य 11 नगर निगम में 5-5 लाख पौधे रोपे जाएंगे।
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एक लाख या इससे अधिक जनसंख्या वाली 17 नगर पालिकाओं में एक-एक लाख पौधे रोपने का टारगेट तय किया गया है। एक लाख से कम जनसंख्या वाली 82 नगर पालिकाओं में 15-15 हजार जबकि 298 नगर परिषदों में 10-10 हजार पौधे रोपे जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश हैं कि नगरीय निकाय की स्वयं की हरित क्षेत्र के लिए आरक्षित भूमि, अन्य शासकीय भूमि के साथ निजी कॉलोनियों में हरित क्षेत्र के लिए आरक्षित भूमि में पौधारोपण किया जाए।
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