हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश में ब्रांडेड कंपनियों के नाम की नकली शराब धड़ल्ले से बेचे जाने का खुलासा हुआ है। मुनाफे के लालच में शराब माफिया नकली शराब के साथ ही लोगों को मौत परोस रहे हैं। मंदसौर कांड के बाद इंदौर में हुई संदिग्ध मौतों की जांच में इसका खुलासा हुआ है। इंदौर में बार के भीतर नकली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई लोगों का अभी इलाज जारी है।

शहर में नकली शराब बिकने का खुलासा और किसी ने नहीं बल्कि एसपी महेश चंद्र जैन ने किया है। एसपी ने जहरीली शराब के पीछे छिपे लोगों तक पहुंचने के लिए अपना मोबाइल नंबर भी जारी कर दिया है। एसपी ने मदिरा प्रेमियों से लायसेंसी दुकानों से ही शराब खरीदने की अपील की है। एसपी ने अपनी अपील में कहा है कि सिर्फ लायसेंसी दुकान से ही शराब खरीदें बाहर नकली शराब बिक रही है।

दरअसल इंदौर में नकली शराब पीने से आज फिर एक युवक की तबियत बिगड़ गई। युवक को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला सामने आने के बाद एसपी महेशचंद्र जैन ने इंदौर में नकली शराब पीने से 2 लोगों की मौत की पुष्टी की है।

पिछले दिनों शहर में स्थित पैराडाइज बार में 7 दोस्तो ने रॉयल स्टैग शराब पी थी। जिसके बाद 4 दोस्तों की तबियत बिगड़ गई थी। शराब पीने वालों 7 में से 4 दोस्तों की मौत हो चुकी है। जिसमें सागर, शिशिर, सचिन, शिवनंदन की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं मोहन ठाकुर , रिंकू वर्मा और  एक अन्य युवक का अभी इलाज जारी है। इन्हें बार में ही नकली शराब परोसी गई थी।

युवकों की मौत से मचे हड़कंप के बाद पैराडाइज बार पर आबकारी और पुलिस की टीम ने दबिश दी थी और बार को सील कर दिया गया था। मामले में पुलिस बार संचालकों से अभी पूछताछ कर रही है। बार संचालकों से पूछताछ में कुछ चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। बार संचालकों ने सस्ती शराब की लालच में बाहर से शराब खरीदी थी।

मंदसौर में 6 की मौत

इससे पहले आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा के ही इलाके मंदसौर के खाखराई गांव में नकली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले में आबकारी विभाग के एक उपनिरीक्षक को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है।

पर्दे के पीछे रसूखदार !

ऐसे में सवाल यह उठता है कि आबकारी विभाग के रहते हुए नकली शराब कैसे बारों के भीतर धड़ल्ले से परोसा जा रहा है? मंदसौर कांड के बाद प्रदेश के कई जिलों में नकली शराब पीने से हुई मौत के बाद भी आबकारी विभाग अब तक खामोश क्यों हैं? आबकारी विभाग नकली शराब बेचने वालों के खिलाफ अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं कर पाया? क्या इसके पीछे किसी बड़े रसूखदार का हाथ है ? फिलहाल ऐसे कई सवाल हैं जिनका अभी जवाब आना बाकी है।