मनीष राठौर, राजगढ़। जिले में ओवरलोडिंग वाहनों पर कोई लगाम नहीं है। जिम्मेदार अधिकारी ध्यान देते है न प्रशासन। पहले भी ऐसे ही ओवरलोडिंग वाहनों से कई स्कूली बच्चों की मौत हो चुकी है।

जानकारी के अनुसार जीरापुर के एक निजी किड्स स्कूल के छोटे से वाहन में दो दर्जन बच्चों को पिपल्याकला गांव 13 किलोमीटर ले जाते है। अंदर जगह नहीं होने से छत पर बच्चों को बैठाकर मौत की सवारी करवाई जा रही है। अभिभावकों के मुताबिक आज इन बच्चों के साथ बड़ा हादसा हो जाता। रास्ते में घाटी नहीं चढ़ पाने से बच्चो से भरा यह वाहन पीछे लुढ़का जिसे ग्रामीणों ने बचाया। आगे जाने पर वाहन में धुंआ निकलने लगा। अभिभावकों द्वारा कई बार स्कूल प्रबंधन को सुविधाजनक वाहन भेजे जाने का आग्रह कर चुके है, पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आज बड़ा हादसा होने से बच गया। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच कर स्कूल को नोटिस जारी करने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया है।

जीरापुर तहसीलदार एआर चिरावन टीम सहित जांच करने पहुंचे थे। जांच में पता चला कि जिस गाड़ी में बच्चों ले जाते हैं सवार हो रहे थे उस वाहन का बीमा 25 जुलाई 2020 को और फिटनेस 26 मार्च 2021 को खत्म हो गया था। उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
इसके पूर्व में भी राजगढ में स्कूली बच्चों से भरा टेंपो पलट गया था जिससे 10 बच्चों की मौत हो गई थी। उसके बाद प्रशासन ने स्कूलों पर नकेल कस गाइड लाइन जारी की थी। 8 बच्चो की गाइडलाइन वाले मैजिक में 25 बच्चे बिना सेफ्टी के बैठेंगे तो इस पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है।

बीडी शर्मा, दमोह। तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पलट गई जिससे बस में सवार 9 यात्री घायल हो गए। सभी घायलों को हटा स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। घटना दमोह हटा मार्ग पर लुहारी के पास हुई है। हटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है।

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