PLI Scheme Mobile Manufacturing: पीएलआई योजना के तहत भारत जल्द ही सभी मोबाइल फोन का स्थानीय स्तर पर उत्पादन करने की ओर बढ़ रहा है, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी. एक रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय स्तर पर विनिर्माण बढ़ा है, जिससे आयात की जरूरत काफी हद तक कम हो गई है.
एपल ने आईफोन प्रो और प्रो मैक्स मॉडल का निर्माण शुरू कर दिया है, जबकि गूगल ने भी अपना पिक्सल 8 भारत में बनाया है. सैमसंग पहले से ही अपने सभी डिवाइस, खासकर एस24, फ्लिप और फोल्ड जैसे प्रीमियम मॉडल भारत में बना रहा है.
ओप्पो, वीवो, श्याओमी और रियलमी जैसी बड़ी चीनी कंपनियां भी भारत में विनिर्माण कर रही हैं, साथ ही लावा और माइक्रोमैक्स जैसे स्थानीय ब्रांड भी भारत में ही विनिर्माण कर रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार भारत में बिकने वाले 99% मोबाइल फोन स्थानीय स्तर पर बनाए जाते हैं और शेष 1% का उत्पादन भी जल्द ही स्थानीय आपूर्तिकर्ता करेंगे. एक अधिकारी ने कहा कि 2024-25 के अंत तक स्मार्टफोन आयात की मांग घटकर 0.25% रह जाने की संभावना है.
वित्त वर्ष 2023-24 तक भारत के स्मार्टफोन आयात का हिस्सा कुल मूल्य का केवल 3% रहने की उम्मीद है, जिसमें अधिकांश आयात iPhone Pro मॉडल और Google के Pixel शामिल हैं, जिनका निर्माण अब भारत में किया जा रहा है. भारत आत्मनिर्भरता के साथ-साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए अपने इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है.
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रा ने कहा, “हमें 100% घरेलू विनिर्माण पर गर्व है, लेकिन हम यहीं नहीं रुकेंगे. हमारा लक्ष्य 500 बिलियन डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन है. हम भारत को एक प्रतिस्पर्धी विनिर्माण गंतव्य में बदलने के लिए तैयार हैं.”
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