दिल्ली. राजधानी में आयोजित आल इंडिया डिप्टी कमिश्नर्स कांफ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक आईएएस अधिकारी के ट्वीट की खुलेआम तारीफ कर ब्यूरोक्रेट्स को संदेश दे दिया कि उनके काम पर पीएम की सीधी नजर है.
दऱअसल पीएम मोदी ने ब्यूरोक्रेट्स की इस कांफ्रेंस में ब्यूरोक्रेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि वह एक सीनियर आईएएस के ट्वीट से बेहद प्रभावित हुए. इस ट्वीट में उस अधिकारी ने लिखा था कि 27 साल पहले एक चरवाहे की जिंदगी कैसे उनकी छोटी सी मदद से बदल गई. हालांकि पीएम ने कहा कि उन्हें उस महिला ब्यूरोक्रेट का नाम याद नहीं है लेकिन वह महिला अधिकारी दूसरे अधिकारियों के लिए रोल माडल है.
दरअसल पीएम को भले ही उन महिला आईएएस का नाम याद नहीं रहा हो लेकिन उनकी प्रशांसा के बाद उन अधिकारी की तलाश शुरु हुई तो पता चला कि वो महिला अधिकारी हैं कर्नाटक की मुख्य सचिव रत्नप्रभा. दरअसल रत्नप्रभा ने एक ट्वीट कर बताया था कि जब वह रायचूर जिले की डिप्टी कमिश्नर थी तो उन्होंने एक चरवाहे नरसप्पा की स्कूल में प्रवेश दिलाने में मदद की थी. उन्हें ये घटना याद भी नहीं रहती कि 27 साल बाद एक दिन नरसप्पा उनके आफिस उन्हें धन्यवाद अदा करने आया. उसने बताया कि रत्नप्रभा की मदद ने कैसे उसकी जिंदगी में बदलाव किया. आज नरसप्पा कांस्टेबल की नौकरी कर रहा है. अपने ट्वीट में रत्नप्रभा ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं होता कि छोटे छोटे कदम इतने खुश्गवार परिणाम दे देते हैं.
मोदी ने इस कांफ्रेंस में रत्नप्रभा के ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वो रत्नप्रभा के ट्वीट से बेहद प्रभावित हुए. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे उनका नाम नहीं याद आ रहा है लेकिन इस तरह के आईएएस अधिकारी दूसरों के लिए रोल माडल हैं. पीएम के ट्वीट के बाद रत्नप्रभा के काम की हर तरफ तारीफ हो रही है.
गौरतलब है कि रत्नप्रभा को कर्नाटक में एक संवेदनशील आईएएस अधिकारी के रुप में जाना जाता है. वो कर्नाटक में आम लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं. वैसे पीएम ने अपने संदेश से ये बात साफ कर दी है कि उनकी नजर ब्यूरोक्रेट्स के कामकाज पर है.