इमरान खान,खंडवा। मध्यप्रदेश के किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का है। जहां प्रदेश के कई जिलों के हितग्राही किसान स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं।

बात दें कि हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा बैतूल में सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेशभर के किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर की थी। खंडवा के कई किसान ऐसे हैं जिनके खातों में फसल क्षतिपूर्ति की राशि नहीं आई है। वहीं कुछ किसानों के खातों में महज 500 से 1200 रुपए आए हैं जबकि किसानों द्वारा फसल बीमा की प्रीमियम 1600 से लेकर पांच हजार रुपये तक जमा किए थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा बैतूल से एक क्लिक के माध्यम से जिले के एक लाख 43456 किसानों के खाते में 172 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे। वहीं दो दिन बीत जाने के बाद भी कुछ किसानों के खातों में फसल बीमा की राशि नहीं आई है। आज जनसुनवाई के दौरान किसानों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कलेक्टर को फसल बीमा राशि नहीं और कम मिलने की शिकायत की और ज्ञापन सौंपा।

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ग्राम बरूड़ के किसान नरेंद्र पटेल ने बताया कि फसल बीमा की प्रीमियम दो हजार रुपये जमा की थी जबकि क्षतिपूर्ति राशि मात्र 1200 रुपये आई है। वहीं ग्राम भेरूखेड़ा के किसान तुलसीदास पटेल का कहना है कि सोयाबीन की फसल का बीमा कराया था। प्रीमियम सात हजार रुपये चुकाई थी लेकिन फसल नष्ट होने पर 400 रुपये मिले हैं। मोबाइल पर मैसेज पढ़कर मन बहुत दुखी हो रहा है। ग्राम बरूड़ के किसान सुरेश पटेल का कहना है कि चार एकड़ जमीन पर 1200 प्रीमियम चुकाई थी। फसल बीमा महज 500 रुपये मिला है। यह तो अन्याय है। जिले के कई किसान ऐसे हैं जिनके नाम पर नाम मात्र के पैसे खाते में डाले गए हैं।

खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बताया कि अभी किसानों की पूरी सूची नहीं आई है। इसलिए किसानों को असमंजस की स्थिति बन रही है। जैसे ही सूची आएगी क्लियर हो जाएगा कि उनको बीमा राशि रबी या खरीफ की मिली है। अभी बीमा राशि वितरण जारी है।

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