टीकमगढ़। जिले में गरीबों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. गड़बड़ी सामने आने पर जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक को सस्पेंड कर दिया है. मामले में सरपंच को भी आरोपी बनाया गया है. प्रशासन की इस कार्रवाई से जिले में हड़कंप की स्थिति है.

योजना में गड़बड़ी कर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाई गई

मामला जिले के जनपद पंचायत टीकमगढ़ के ग्राम पंचायत पहाड़ी तिलबा रन का है. गांव के पूर्व सरपंच कुआरलाल यादव, पंचायत सचिव मुन्नी लाल यादव और रोजगार सहायक ने अप्राप्त लोगों को पात्र बताकर पीएम आवास का लाभ दिलाया था. इसके लिए दस्तावेज में कूटरचित लगभग 20 लाख रुपए की गड़बड़ी भी सामने आई थी. राशि को तीनों ने आपस में बांटकर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई है. जांच में इस मामले का खुलासा हुआ था.

16 अपात्र हितग्राहियों को पीएम आवास का लाभ

पीएम आवास निर्माण में घोटाले की शिकायत जिला पंचायत के सीईओ ने कलेक्टर से की थी. सीईओ की शिकायत पर तीनों के खिलाफ धारा 409, 420 के तहत मामला दर्ज किया गया. तीनों के खिलाफ जांच लंबित है. शिकायत में बताया गया था कि मामला 2019-20 का है. गांव के 16 अपात्र हितग्राहियों को पात्र दिखाकर पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार किया गया. पंचायत स्तर पर पैसों का लेन-देन कर गरीबों का नाम काटकर अमीर व अपात्र लोगों को इस योजना का लाभ दिलाया गया था. जिन्हें योजना का लाभ दिया गया उनके पास पहले से ही पक्के आवास थे. वहीं गरीब हितग्राही आज भी बिना पीएम आवास बनने का इंतजार कर रहे हैं.