दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के कर्मियों के साथ दीपावली मनाने के लिए आज उत्तराखंड के भारत-चीन सीमा के पास स्थित हर्षिल पहुंचे. उनके साथ आर्मी चीफ बिपिन रावत और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद रहे.
इस मौके पर जवानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दूर-दराज के इलाकों में बर्फीले पहाड़ों पर ड्यूटी करने की उनकी लगन राष्ट्र की ताकत को और मजबूत बनाती है और 125 करोड़ भारतीयों के सपने एवं भविष्य को सुरक्षित करती है.
उन्होंने कहा कि दीपावली प्रकाश का उत्सव है, यह अच्छाई की रोशनी फैलाता है और भय को खत्म करता है. उन्होंने कहाकि जवान अपनी प्रतिबद्धताओं एवं अनुशासन से लोगों में सुरक्षा और निडरता का भाव पैदा करने में मदद करते हैं. प्रधानमंत्री ने याद किया कि वह दीपावली पर तब से सैनिकों से मिलने आ रहे हैं जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे. उन्होंने आईटीबीपी के जवानों के साथ एक साल पहले हुई बातचीत का भी जिक्र किया जब वह कैलाश मानसरोवर यात्रा का हिस्सा बने थे.
हर्षिल एक छावनी इलाका है जो उत्तरकाशी जिले में भारत-चीन सीमा के करीब 7,860 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. इसके बाद प्रधानमंत्री केदारनाथ जाकर पूजा करेंगे और केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे. केदारनाथ के समीप स्थित केदारपुरी ने 2013 की प्रलयकारी बाढ़ का दंश झेला है जिसमें हजारों लोग मारे गए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर जवानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को मिष्ठान वितरण किया और उनके साथ समय भी बिताया.