अयोध्या. श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरा हो गया है. मंदिर ट्रस्ट ने इस संबंध में जानकारी साझा की है. ट्रस्ट ने कहा है कि ‘सभी श्रीरामभक्तों को यह जानकारी देते हुए हर्ष हो रहा है कि मंदिर निर्माण सबंधी सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं. अर्थात- मुख्य मंदिर, परकोटा के 6 मंदिर – भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा और शेषावतार मंदिर भी पूर्ण हो चुके हैं. इन पर ध्वजदण्ड और कलश स्थापित हो चुके हैं. अब पीएम मोदी 25 नवंबर को पैराशूट कपड़े से बने 11 किलो का ध्वज फहराएंगे.
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के मुताबिक राम मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाया जाना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि वह एक ऊंचाई पर जाएगा. शिखर पर आइकोनोग्राफी का कार्य किया गया है. वहीं पताका के साथ जाने वाला 11 फीट का दंड और ध्वज की चौड़ाई 22 फीट है इसलिए सेना शिखर पर ध्वज चढ़ाने का रिहर्सल कर रही है. बताया जा रहा है कि 25 नवंबर के लिए जो लोग कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए हैं, सिर्फ उनके लिए ही भगवान के दर्शन की व्यवस्था होगी. जानकारी के मुताबिक करीब 8000 लोग आमंत्रित किए गए हैं.
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बता दें कि 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य महल में विराजमान हुए थे. जिसमें मुख्य यजमान के रूप में पीएम थे. मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद 25 नवंबर को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करेंगे. राम विवाह पंचमी की शुभ तिथि पर ध्वजारोहण किया जाएगा. इसके पहले 21 नवंबर से 25 नवंबर तक पांच दिवसीय अनुष्ठान चलेगा. वैदिक आचार्यों की मौजूदगी में अयोध्या और काशी के विद्वान अनुष्ठान कराएंगे. जिसके बाद मंदिर पर ध्वजारोहण किया जाएगा.
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