नई दिल्ली। दो दिवसीय ड्रोन महोत्सव 2022 का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उद्घाटन किया. दिल्ली के प्रगति मैदान में इसका आयोजन किया गया है. इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2030 तक भारत ड्रोन हब बनेगा. उन्होंने कहा कि जिन-जिन स्टॉल में मैं आज गया, वहां सभी लोग बहुत गर्व से कहते थे कि ये मेक इन इंडिया हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन तकनीक से रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे.
1600 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया
इस फेस्टिवल में पहले दिन 1600 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इनमें स्टार्ट अप कंपनियां, बड़ी कंपनियां, उद्योग जगत और केंद्र व प्रदेशों की सरकारों के कई मंत्री भी शामिल हुए. फेस्टिवल के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जियो (Jio) का ड्रोन उड़ाया. वे दुनिया के पहले पीएम हैं, जिन्होंने किसी पब्लिक इवेंट में प्रोफेशनल ड्रोन उड़ाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उत्सव सिर्फ ड्रोन का नहीं, यह नए भारत-नई गवर्नेंस का उत्सव है. ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है, वो अद्भुत है. ये जो ऊर्जा नजर आ रही है, वो भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब केदारनाथ के पुनर्निर्माण का काम शुरू हुआ था, तो हर बार मेरे लिए वहां जाना संभव नहीं था. तो मैं ड्रोन के जरिए केदारनाथ के काम का निरीक्षण करता था. आज सरकारी कामों की गुणवत्ता को देखना है, तो यह जरूरी नहीं है कि वहां जाकर ही इसे देखें. ड्रोन के जरिए इसे दूर से ही देखा जा सकता है. घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही फरवरी में ड्रोन के आयात पर प्रतिबंध का भी एलान कर दिया गया. अब केवल आरएंडडी, डिफेंस और सिक्योरिटी के लिए ही ड्रोन आयात की अनुमति है. इनके लिए भी क्लीयरेंस जरूरी होगा. आयात पर प्रतिबंध के कदम से घरेलू ड्रोन निर्माताओं को लाभ होगा. हालांकि ड्रोन के पुर्जों के आयात पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. सरकार ने ड्रोन उद्योग के लिए परचेज लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआइ) योजना भी शुरू की है, जिसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है.
ड्रोन टैक्सी का Prototype भी जारी
पीएम मोदी ने इस ड्रोन फेस्टिवल में ड्रोन टैक्सी का Prototype भी जारी किया. आईआईटी मद्रास की कंपनी e-Plane ने ड्रोन टैक्सी का प्रोटोटाइप बनाया है. माना जा रहा है कि वर्ष 2025 तक इसको certification मिल सकता है. इस ड्रोन का ट्रायल किया जाएगा. अगर उस ट्रायल में ड्रोन कामयाब निकलता है, तो वर्ष 2028-29 तक ड्रोन टैक्सी भारतीय आकाश में उड़नी संभव हो सकेगी. प्रधानमंत्री ने इस फेस्टिवल में किसान ड्रोन ऑपरेटर से भी बात की. इस किसान ड्रोन का इस्तेमाल फार्मिंग, फर्टिलाइजर स्प्रे, मिलिट्री, सिक्योरिटी, बॉर्डर सुरक्षा, मॉनिटरिंग, मौसम समेत कई कामों के लिए किया जा सकता है.
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