प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 3 दिनों की अमेरिका यात्रा पर हैं और यहां क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद फिलिस्तीन और नेपाल के नेताओं से मुलाकात की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात कर फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत के साथ का आश्वासन दिया है.

पीएम मोदी की राष्ट्रपति महमूद से मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि गाजा संघर्ष की शुरुआत से ही भारत शांति की अपील करता रहा है. भारत के इजराइल और फिलिस्तीन दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं.

इजरायल और लेबनान के बीच युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं. शुक्रवार को बेरूत में इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर इब्राहिम अकील की मौत हो गई थी, जिसके बाद समूह ने इजरायल पर रॉकेट और ड्रोन से हमले किए हैं. समूह ने कहा है कि उसकी इजरायल के साथ सीधी जंग शुरू हो गई है और उसने ‘यहूदी देश पर अंदर तक हमले’ की धमकी दी है.

इस मुलाकात के बार विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने X पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महामहिम महमूद अब्बास से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने गाजा में मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता जताई और फिलिस्तीन के लोगों के प्रति भारत के निरंतर समर्थन की पुष्टि की.”

संयुक्त राष्ट्र की बैठक से पहले मुलाकात

PM मोदी और फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास की संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से अलग मुलाकात हुई है. इस बैठक में एक बार फिर फिलिस्तीन का मुद्दा गर्म रहने वाला है. इजरायल और हमास के बीच गाजा में जारी युद्ध को लेकर कई देश आवाज उठा सकते हैं. इस बीच इजरायल ने वेस्ट बैंक में भी कार्रवाई तेज कर दी है, जिसे लेकर फिलिस्तीनी प्रशासन के साथ तनाव बढ़ गया है. इसके पहले PM मोदी ने नेपाल के PM केपी शर्मा ओली के साथ मुलाकात की थी.

इस संघर्ष में शांति वार्ता के लिए अब सभी देश भारत की और देख रहे हैं. अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता नाकाम होने के बाद माना जा रहा है इस संघर्ष में भारत अहम भूमिका निभा सकता है.

प्रधानमंत्री मोदी कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों से ये कह चुके हैं कि ये दौर जंग का दौर नहीं है और भारत सबसे दोस्ती का भाव लेकर आगे बढ़ रहा है. मोर्चों और तनाव पर कई देश किसी न किसी देश या पक्ष का समर्थन कर रहे हैं, वहीं भारत अपने रिश्ते सबसे बेहतर रखने और शांति कायम करने की कोशिश कर रहा है. भारत के गाजा , यूक्रेन रूस विवाद में भी दोनों देशों से संबंध अच्छे हैं .