PM Modi Raipur Visit : रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रायपुर दौरा ऐतिहासिक रहा। बिहार में चुनाव प्रचार के बीच भी उन्होंने शनिवार को करीब 6 घंटे 30 मिनट छत्तीसगढ़ को समर्पित किए, जिसमें वे 5 बड़े कार्यक्रमों में शामिल हुए। यह पहला मौका था जब किसी प्रधानमंत्री ने एक ही दिन में इतने कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और हर कार्यक्रम में पूरे उत्साह और आत्मीयता से शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने तीन कार्यक्रमों में प्रभावशाली उद्बोधन दिया, एक रोड शो किया और अस्पताल में बच्चों से मुलाकात कर उनके साथ आत्मीय बातचीत भी की। इस पूरे दौरे के दौरान सुरक्षा, यातायात, प्रोटोकॉल और आम जनता की व्यवस्था में किसी भी तरह की चूक नहीं हुई। इसका श्रेय रायपुर जिला प्रशासन और राज्य के अधिकारियों की सटीक तैयारी, समन्वय और टीमवर्क को जाता है, जिन्होंने इस दौरे को न केवल सफल बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से मिसाल बना दिया।

छत्तीसगढ़ से गहरा जुड़ाव दिखाया

रायपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल और पद्मश्री पंडवानी गायिका तीजन बाई से फोन पर बात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने यह संदेश दिया कि छत्तीसगढ़ उनके दिल के बेहद करीब है। उन्होंने अपने संबोधन में भी कहा कि वे कार्यकर्ता के रूप में पूरा पूरा छत्तीसगढ़ देखे हुए हैं।

पीएमओ ने खुद की मॉनिटरिंग

पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान सिक्यूरिटी और कार्यक्रम की पूरी मॉनिटरिंग सीधे पीएमओ से की गई। पीएमओ कई दिनों से रायपुर के कलेक्टर और एसपी के संपर्क में रहा। बता दें कि पीएम के प्रोग्राम के लिए सिर्फ पीएमओ ही नहीं बल्कि एसपीजी वाले भी कलेक्टर और एसपी से लगातार संपर्क में रहते हैं।

पीएम के पांच कार्यक्रम, लाखों की भीड़

राज्योत्सव समारोह इस बार शाम की बजाय दोपहर में आयोजित किया गया, जिससे भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक करीब दो लाख से अधिक लोग नवा रायपुर पहुंचे हुए थे। प्रधानमंत्री के रवाना होने के दो घंटे बाद तक सड़कों पर लोगों की भीड़ बनी रही।

अलग अंदाज में पीएम मोदी ने दिया भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैसे तो अपने प्रभावशाली भाषण के लिए जाने जाते हैं लेकिन कल उन्होंने और ही अलग अंदाज में भाषण दिया जो सभी का सभी का दिल छू लिया। सत्य साईं हॉस्पिटल में उन्होंने बच्चों से दोस्तों की तरह बातें कीं, उनका हौसला बढ़ाया, पुचकारा। इसके बाद ब्रह्मकुमारी ध्यान केंद्र के उद्घाटन कार्यक्रम में शांति, अहिंसा, अध्यात्म और लाइफस्टाइल से जुड़ी बातें कीं। उन्होंने आचरण के महत्व को सारगर्भित ढंग से समझाया। विधानसभा भवन के कार्यक्रम में उन्होंने संसदीय भवनों की अहमियत को रेखांकित करते हुए बताया कि विधानसभा आम आदमी के सपनों को पूरा करने वाली इमारत बने। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की तुलना उन्होंने क्रिकेट से करते हुए कहा कि क्रिकेट में कैप्टन खिलाड़ी बनकर टीम में खेलता है, उसी तरह रमन सिंह 15 साल सीएम रहने के बाद अब खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे हैं। वहीं राज्योत्सव के शुभारंभ में पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़िया अंदाज में ‘जय जोहर’ कहकर प्रदेशवासियों को संबोधित किया।

कोई थकान नहीं, पूरा जोश

75 वर्ष की उम्र में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कार्यशैली से सबको चकित कर दिया। उनका विमान निर्धारित समय से 10 मिनट पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर पर उतरा। इसके बाद वे लगातार छह घंटे तक पांच कार्यक्रमों में शामिल रहे, लेकिन उनके चेहरे पर थकान का नामोनिशान नहीं था। राज्योत्सव में लगे स्टॉलों को उन्होंने बड़ी उत्सुकता से देखा, खासकर डिजिटल और पुलिस स्टॉल में वे करीब 13 मिनट रुके। उनकी इसी सक्रियता के कारण मुख्य कार्यक्रम में भी थोड़ी देरी हुई।

अफसरों के लिए रहा परीक्षा का दिन

पीएम मोदी का यह बैक-टू-बैक कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे व्यस्त और बड़ा दौरा रहा, जो प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक कड़ी परीक्षा साबित हुआ। मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी तैयारी के लिए कई दौर की बैठकें कर चुके थे। रायपुर के कलेक्टर और एसपी के लिए यह बड़ा चुनौतीपूर्ण दिन रहा, क्योंकि प्रधानमंत्री का काफिला 59 किलोमीटर के दायरे में फैले पांच कार्यक्रमों में शामिल हुआ।