पटना। बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना रैली के दौरान राजद (RJD) के दो विधायकों के मंच पर पहुंचकर समर्थन जताने की खबर ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। इसे लेकर सत्तारूढ़ एनडीए खेमे में उत्साह देखा जा रहा है, वहीं विपक्षी राजद ने इसे हल्के में लेते हुए पलटवार किया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा हमने पिछले विधानसभा चुनाव में 78 सीटें जीती थीं। हमारे चार विधायक पहले ही दूसरी पार्टी में जा चुके हैं। आज जो दो विधायक गए हैं इससे पार्टी की ताकत या संगठन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

उम्मीदवार अगली बार जीतकर आएगा।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा एक विधायक इसलिए गई हैं क्योंकि उनके पति को हाल ही में बरी कर दिया गया। वे अपने निजी कारणों से गई हैं। हम पूरी तरह आश्वस्त हैं कि जिस सीट से वे गई हैं, वहां हमारा ही उम्मीदवार अगली बार जीतकर आएगा।

राजद का जनाधार मजबूत है

मंगनी लाल मंडल ने यह भी कहा कि राजद का जनाधार मजबूत है और जनता मौजूदा सरकार की नीतियों से परेशान है। “एनडीए सरकार ने युवाओं, किसानों और गरीबों के लिए कुछ भी नहीं किया। जनता इसका जवाब आने वाले चुनाव में देगी।

नजरअंदाज कर रहा राजद

इस घटनाक्रम के बाद से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। पीएम मोदी की रैली में राजद विधायकों की मौजूदगी को एनडीए अपनी बड़ी सफलता के तौर पर देख रहा है। वहीं राजद इसे ‘व्यक्तिगत कारणों’ का मामला बताकर नजरअंदाज कर रहा है।

पार्टी कमजोर नहीं होगी

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में नेताओं के पाला बदलने की राजनीति तेज हो गई है। इस रैली के बाद कई और विधायकों के भी एनडीए खेमे में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। राजद ने साफ कर दिया है कि कुछ लोगों के जाने से पार्टी कमजोर नहीं होगी, बल्कि और मजबूत होकर मैदान में उतरेगी। मंगनी लाल मंडल का यह बयान साफ संकेत देता है कि पार्टी इस चुनौती का डटकर सामना करेगी।

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