कजान (रूस)। 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने रूस के शहर कज़ान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और द्विपक्षीय बैठक की. इस दौरान दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ संबंध देखने को मिला, जब रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें लगता है कि पीएम मोदी बिना अनुवाद के उनकी टिप्पणियों को समझ लेंगे क्योंकि दोनों देशों के बीच “मज़बूत” संबंध हैं.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का संकेत देते हुए कहा कि मॉस्को और नई दिल्ली के बीच संबंध “विशेष रूप से विशेषाधिकार प्राप्त” हैं और “गतिशील रूप से विकसित हो रहे हैं”.
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “मैं आपकी मित्रता, गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए कज़ान जैसे खूबसूरत शहर में आने का अवसर पाना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है. इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध हैं. कज़ान में भारत के नए दूतावास के खुलने से ये संबंध और मजबूत होंगे.”
यह द्विपक्षीय बैठक जुलाई में मास्को में पुतिन के साथ पीएम मोदी की अनौपचारिक बैठक के तीन महीने बाद हुई है, जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका और यूक्रेन में चिंता बढ़ा दी थी, जो रूस के साथ युद्ध में उलझा हुआ है.
पुतिन ने बैठक के दौरान कहा, “मुझे हमारी जुलाई की बैठक याद है, जब हमने कई मुद्दों पर अच्छी चर्चा की थी और हमने कई बार फोन पर भी बात की थी. कज़ान आने के लिए मेरा निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं.” पीएम मोदी ने कहा, “हम रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के मुद्दे पर लगातार संपर्क में हैं. हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए.”