नई दिल्ली. आज से 24 साल पहले जैसलमेर (राजस्थान) के पोखरण गांव में परमाणु बम का परीक्षण किया गया था. आज इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोखरण परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर बुधवार को देश के वैज्ञानिकों और उनके प्रयासों की सराहना की. उन्होंने इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया और उनके राजनीतिक साहस की प्रशंसा की.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर 1998 के परमाणु परीक्षण को याद करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- आज, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर, हम अपने प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों और उनके प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं. जिसके कारण 1998 में पोखरण परीक्षण सफल हुआ. हम अटल जी के अनुकरणीय नेतृत्व को गर्व के साथ याद करते हैं. जिन्होंने उत्कृष्ट राजनीतिक साहस और राज्य कौशल दिखाया.

1999 से मनाया जा रहा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

बता दें कि भारत साल 1999 से 11 मई के दिन को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (national technology day) के रूप में मना रहा है. 1998 में आज ही के दिन भारत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पोखरण में पांच परमाणु परीक्षणों में से पहला परीक्षण किया था. आज ही के दिन भारत यह उपलब्धि हासिल कर परमाणु संपन्न देशों में शामिल होने वाला छठवां देश बना था.

‘त्रिशूल’ का सफल परीक्षण

आज ही के दिन स्वदेश निर्मित हंस-3 विमान और छोटी दूरी की मिसाइल ‘त्रिशूल’ का भी सफल परीक्षण किया था. जो देश के लिए एक कीर्तिमान साबित हुआ. इन परीक्षणों से भारत ने पूरे विश्व में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया और आज भारत एक परमाणु शक्ति के रूप में उभरा है.

1974 में हुआ था पहला परमाणु परिक्षण

हालांकि भारत में इससे पहले भी एक बार परमाणु परीक्षण हो चुका था. 18 मई 1974 को पोखरण में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पहला परमाणु परीक्षण हुआ था. जिसे ‘स्माइलिंग बुद्धा’ नाम दिया गया था. ये परिक्षण 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद किया गया था.

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