प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) ने फ्रांस और अमेरिका के दौरे से दिल्ली वापस लौट आए हैं. दिल्ली के सीएम पद को लेकर जारी अटकलों पर जल्द विराम लगेगा. 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी(BJP) की सरकार बनने वाली है. ऐसे में CM और मंत्रियों को दी जाने वाली जिम्मेदारी पर चर्चा होना लाजमी है. दिल्ली देश की राजधानी होने के कारण सीएम का पद और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. नए मुख्यमंत्री और नई सरकार के शपथ ग्रहण की तिथि घोषित हो सकती है, बीजेपी ने इसके लिए एक फॉर्मूला बनाया है.

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इसके तहत जीते हुए 48 विधायकों में से पहले 15 नाम छांट दिए गए, फिर जाति समीकरण के आधार पर 9 नाम निर्धारित किए गए. स्पष्ट रूप से, चुने हुए विधायकों में से ही कोई मुख्यमंत्री, मंत्री और स्पीकर बनेगा. सूत्रों के अनुसार, बीजेपी विधायक दल की बैठक 17 या 18 फरवरी को दिल्ली में हो सकती है.

PM मोदी के साथ होगी बैठक

गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक आज या कल होगी, जिसमें मंथन के बाद दिल्ली के नए सीएम का नाम घोषित किया जाएगा. सूत्रों के अनुसार, विधायक दल की बैठक 17 या 18 फरवरी को हो सकती है और शपथ ग्रहण 19 या 20 फरवरी को हो सकता है. इस तरह, अगले हफ्ते दिल्ली को एक नई सरकार मिलने की संभावना है.

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हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि आम आदमी पार्टी को सिर्फ 22 सीटें मिली हैं, इसलिए एनडीए के सभी नेताओं को शामिल होने का न्योता भेजा जाएगा, सूत्र बताते हैं कि दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में कैबिनेट की शपथ हो सकती है.

बता दें कि यहाँ रेखा गुप्ता, प्रवेश वर्मा, मोहन सिंह बिष्ट, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद, शिखा राय और पवन शर्मा के नाम चर्चा में हैं, हालांकि ये सिर्फ अनुमान हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह दिल्ली में भी कुछ अनोखा कर सकते हैं. जानते हैं इन नामों की क्यों हो रही चर्चा …

1. रेखा गुप्ता: रेखा आरएसएस से आती हैं और शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक बनी हैं. वे दिल्ली नगर निगम में तीन बार पार्षद भी रही हैं.

2. शिखा राय: शिखा ने ग्रेटर कैलाश में तीन बार से विधायक और दिल्ली में कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज को करारी शिकस्त दी है.

3. प्रवेश वर्मा: वे दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं और नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल को चुनाव में हराकर चर्चा में हैं. वे दो बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं.

4. मोहन सिंह बिष्ट पहाड़ी राजपूत: वे मूल रूप से उत्तराखंड से हैं और छह बार विधायक रहे हैं. वे सिर्फ स्कूल में आरएसएस से जुड़े थे.

5. विजेंद्र गुप्ता: वे बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं और लगातार तीन बार विधायक रहे हैं.

6. सतीश उपाध्याय: वे ब्राह्मण हैं और एक बार विधायक रहे हैं. वे दिल्ली बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं.

7: आशीष सूद- जो पहली बार विधायक बने हैं, गोवा और जम्मू-कश्मीर में BJP के प्रभारी हैं.

केंद्र सरकार मोहल्ला क्लीनिक की स्थिति पर रिपोर्ट मांगेगी

केंद्रीय सरकार दिल्ली के नवनियुक्त स्वास्थ्य मंत्री से मोहल्ला क्लीनिक की हालत की रिपोर्ट मांगेगी और आयुष्मान आरोग्य मंदिर में इसकी स्थानांतरण की संभावना की जांच करेगी. स्वास्थ्य सेवाओं और भ्रष्टाचार के आरोपों की समीक्षा करेगी. सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में मोहल्ला क्लीनिक की स्थिति पर भी चर्चा होगी. जनवरी में, दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने मोहल्ला क्लीनिक में कथित फर्जी डायग्नोस्टिक टेस्ट के मामले में CBI जांच का आदेश भी दिया था. हालांकि, पश्चिम बंगाल और दिल्ली सरकारों ने अभी तक आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं किया है.

सरकार गठन से पहले ही एक्शन में BJP

सरकार के गठन से पहले ही बीजेपी कार्रवाई करने लगी है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 218 के तहत न्यायालय में मामला चलाने के लिए गृह मंत्रालय से अनुरोध किया गया है. इसके अलावा, सीएजी रिपोर्ट पेश होते ही केजरीवाल और सिसोदिया सहित कई बड़े आप नेताओं के लिए मुश्किल बढ़ सकती है.