प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में हमारी संसदीय लोकतांत्रिक यात्रा में बहुत दशकों के बाद देश की जनता ने एक सरकार को तीसरी बार देश की सेवा करने के लिए चुना है. 60 साल के बाद यह हुआ है कि 10 साल के बाद कोई एक सरकार फिर से उसकी वापसी हुई है और मैं जानता हूं कि भारत के लोकतंत्र में 6 दशक के बाद हुई यह घटना असामान्य है.
कुछ लोगों को जनादेश समझ नहीं आ रहा है. जनते ने हमें फिर मौक दिया. जनता ने हमें लगातार तीसरी बार मौका दिया. देशवासियों के विवेक पर मुझे गर्व है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कुछ साथियों को मैं दिल से धन्यवाद कहना चाहता हूं, क्योंकि जब से नतीजे आए हैं. हमारे एक साथी की तरफ से मैं देख रहा था कि उनकी पार्टी उनको समर्थन तो नहीं कर रही थी, लेकिन वह अकेले झंडा लेकर चल रहे थे. मैं कह रहा हूं कि जो वो कहते थे उनके मुंह में घी-शक्कर. उन्होंने बार-बार ढोल पीटा था कि एक-तिहाई सरकार. इससे बेहतर क्या हो सकता है कि अभी हमारे 10 साल हुए हैं. अभी 20 साल बाकी हैं. अभी तो एक तिहाई हुआ है. दो तिहाई हुआ है. उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी-शक्कर. माना जा रहा है कि पीएम मोदी का इशारा जयराम रमेश की तरफ था, जो एनडीए की सरकार को एक-तिहाई कहकर संबोधित करते हुए नजर आए हैं.
खड़गे की मांग- हाथरस की घटना पर आए गृह मंत्री का बयान
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ऐसे हादसे जो हो रहे हैं, ब्लाइंड फैथ पर हो रहे हैं. इसके लिए कोई कोनून नहीं है. ऐसे बड़े सत्संग हो रहे हैं तो कहां पर हो रहे हैं, एरिया में कितने हॉस्पिटल हैं, इन सबको लेकर आप कानून बनाइए. बहुत से नकली बाबा जेल में हैं. इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. सभापति जगदीप धनखड़ ने सदस्यों को शांत रहने के लिए कहा. खड़गे ने कर्नाटक और महाराष्ट्र में अंधश्रद्धा को लेकर कानून बनने का जिक्र करते हुए कहा कि उसी लाइन पर आप कानून बनवाइए. जो सच्चे लोग आने दें, जो नकली लोग हैं जो पैसे के लिए आश्रम बनाते हैं, उनपर नकेल कसी जाए. इसे लेकर गृह मंत्री का स्टेटमेंट होना चाहिए.
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