प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को मिल रहे ग्लोबल इन्वेस्टमेंट का स्वागत किया है. लेकिन, मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को लेकर उनका मानना है कि इसमें देश की मिट्टी की खुशबू आनी चाहिए और उससे देश के नागरिकों का हित जुड़ा होना चाहिए. एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कोई भी निवेश कर सकता है. लेकिन, उत्पादन भारतीयों द्वारा किया जाना चाहिए। एलन मस्क के Tesla और Starlink के भारत आने से जुड़े सवाल पर भी जवाब दिया.

नई ईवी पॉलिसी से बनी बात
पिछले महीने सरकार द्वारा घोषित अपनी नई ईवी पॉलिसी के बाद एलन मस्क टेस्ला की भारत में एंट्री की घोषणा कर सकते हैं. सरकार न्यूनतम $35,000 (₹29.2 लाख) की लागत, बीमा और माल ढुलाई मूल्य वाली पूरी तरह से निर्मित इलेक्ट्रिक कारों के आयात की अनुमति देगी, जिस पर लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए न्यूनतम 500 मिलियन डॉलर के निवेश के बदले पांच साल में 15% आयात शुल्क लगेगा. भारत पूरी तरह से निर्मित कारों पर 100% तक का आयात शुल्क लगाता है.

भारत दौरे पर PM मोदी से मिलेंगे एलन मस्क
टेस्ला प्रमुख की एक्स पर एक पोस्ट के अनुसार, एलन मस्क इस महीने के अंत में भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं। उम्मीद है कि मस्क भारत में बड़ी निवेश योजना का अनावरण कर सकते हैं। हालांकि, मस्क की भारत यात्रा के अंतिम एजेंडे की पुष्टि होना अभी बाकी है।

इस महीने की शुरुआत में मस्क ने कहा था कि हर दूसरे देश की तरह भारत में भी इलेक्ट्रिक कार होनी चाहिए और भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराना उनकी कंपनी के लिए स्वाभाविक प्रगति होगी. मस्क ने कहा था- ‘जनसंख्या के आधार पर भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है. भारत में भी वैसे ही इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए जैसे हर देश में इलेक्ट्रिक कारें होती हैं. भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराना एक स्वाभाविक प्रगति है.