नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संसदीय दल ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को नेता चुनने के बाद राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को समर्थन पत्र सौंप दिया है. इसके साथ ही नरेंद्र मोदी के तीसरे बार प्रधानमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. इसे भी पढ़ें : सफाई कर्मचारी, मजदूर, ट्रांसजेंडर…, नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विशेष रूप से किए गए आमंत्रित…
इसके पहले संसद के पुराने भवन के सेंट्रल हाल में एनडीए के तमाम घटक दलों के सांसदों, मुख्यमंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा और प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी पसंद का प्रस्ताव रखा. इस प्रस्ताव का उनके पार्टी सहयोगियों अमित शाह और नितिन गडकरी के साथ-साथ एनडीए के शीर्ष नेतृत्व ने भी समर्थन किया.
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एनडीए संसदीय बैठक को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने गठबंधन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “हम भाग्यशाली हैं कि हमें मोदी जी जैसा संवेदनशील प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है. मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि यह गठबंधन हमारे लिए मजबूरी नहीं बल्कि प्रतिबद्धता है.” अमित शाह के बाद नितिन गडकरी ने भी नरेंद्र मोदी को लोकसभा में भाजपा का नेता, एनडीए संसदीय दल का नेता और भाजपा संसदीय दल का नेता बनाने के राजनाथ सिंह द्वारा रखे गए तीन प्रस्तावों का समर्थन किया.
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पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित बैठक में जेडी(एस) के कुमारस्वामी, टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, जेडी(यू) के नीतीश कुमार, जन सेना के पवन कल्याण, एलजेपी (रामविलास) के चिराग पासवान सहित महाराष्ट्र से भाजपा के सहयोगी, शिवसेना के अध्यक्ष और सीएम एकनाथ शिंदे और एनसीपी के अजीत पवार ने एनडीए की आगामी सरकार में पीएम मोदी के नेतृत्व के लिए अपना अटूट समर्थन दिखाया.अन्य सहयोगी मौजूद थे.
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