वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को वाराणसी के उमराहा क्षेत्र में स्वर्वेद महामंदिर का औपचारिक उद्घाटन करेंगे. विहंगम योग संस्थान (वीवाईएस) की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर 25,000 कुंडों में यज्ञ के बीच समारोह आयोजित किया जाएगा.
यह मंदिर विहंगम योग की अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली और उन्नत ध्यान तकनीक के वीवाईएस स्कूल के संस्थापक सद्गुरु सदाफल देव द्वारा लिखित आध्यात्मिक ग्रंथ ‘स्वर्वेद’ का एक भौतिक प्रतिनिधित्व है. संस्थान के मौजूदा प्रमुख सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देव के उत्तराधिकारी संत विज्ञानदेव ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले इस मंदिर के निर्माणाधीन स्थल का दौरा किया था, जो प्राचीन दर्शन, आध्यात्मिकता और आधुनिक वास्तुकला का एक मिश्रण है.
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17 दिसंबर से शुरू होने वाले दो दिवसीय 25,000 कुंडीय यज्ञ की तैयारियों की निगरानी में व्यस्त विज्ञानदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री की मां स्वर्गीय हीराबेन गुजरात के नवसारी जिले में वीवाईएस के दंडकवन वंदा से जुड़ी थीं. उन्होंने कहा कि वाराणसी का यह केंद्र अब वीवाईएस का मुख्य केंद्र बनेगा. “यह दुनिया के सबसे बड़े ध्यान केंद्रों में से एक होगा, जिसकी सात मंजिलों पर एक समय में 10,000 ध्यान अभ्यासकर्ताओं की क्षमता होगी.
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