भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के दौरे पर आएंगे। जहां वे सागर जिले में संत रविदास मंदिर और विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। 100 करोड़ की लागत से मंदिर का भूमिपूजन होगा। इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत उज्जैन हरिद्वार, जबलपुर और राजस्थान से करीब 500 संत शामिल होंगे।
क्यों खास है पीएम मोदी का दौरा
पीएम मोदी का पिछले पांच महीने में मध्यप्रदेश में 5वां कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री यहां संत रविदास स्मारक स्थल का भूमि पूजन करने आ रहे हैं। इस इवेंट को भाजपा ने प्रदेश की 35 एससी (रिजर्व) सीटों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया है। एमपी में करीब 16 प्रतिशत दलित वोटर हैं। पिछली बार इन रिजर्व एससी सीटों में कांग्रेस-बीजेपी में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। बीजेपी को 18 एससी सीटों पर सफलता मिली थी। कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की थी।
सागर बुंदेलखंड का सेंटर पाइंट भी माना जाता है। बुंदेलखंड में कुल 26 सीटें हैं। जहां सबसे अधिक दलित वोटर हैं। 2013 के चुनाव की तुलना में कांग्रेस के हाथ 13 सीटें ज्यादा आई थी और भाजपा को 10 सीटों का नुकसान हुआ था।
सागर में समरसता यात्रा का समापन
संत रविदास जी के मंदिर निर्माण के लिए निकाली जा रही थी समरसता यात्रा का आज सागर जिले में समापन होगा। यह यात्रा 25 जुलाई 2023 से शुरू हुई थी। मंदिर निर्माण के लिए 5 अलग अलग स्थानों नीमच, मांडव जिला धार, श्योपुर, बालाघाट और सिंगरौली से एक साथ यात्रा निकाली गई थी। प्रदेश के हर गांव से मिट्टी और सभी विकास खंडों की 313 नदियों से सांकेतिक जल लेकर यात्रा सागर पहुंची है। संत रविदास मंदिर निर्माण यात्रा 45 जिलों से होकर गुजरी।
मुख्य यात्राओं के साथ 1661 उप यात्रियों ने कलश यात्रा भी निकली। इस दौरान 352 जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समरसता यात्रा के 5 रूटों में 25 लाख से अधिक लोग शामिल हुए। यह यात्रा प्रदेश के 20641 गांवों की मिट्टी, 313 नदियों के सांकेतिक जल एकत्र कर सागर पहुंची। इस दौरान संत रविदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित 10 रथ यात्रा निरंतर चले।
यात्रा की रूटवार उपलब्धियां
समरसता यात्रा रूट क्रमांक 1
यात्रा में 11 जिले नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, सारंगपुर(राजगढ़), देवास, सीहोर, भोपाल, रायसेन और सागर जिले शामिल हुए। इस दौरान 369440 लोग उपस्थित रहे। 4636 ग्रामों से मिट्टी का संचय, 71 नदियों से जल संचय, 38 आयोजित जनसंवाद, 39600 लोग जन संवाद में उपस्थित और 294 कलश यात्रा आयोजित किए गए।
समरसता यात्रा रूट क्रमांक 2
यात्रा में 9 जिले धार, बडवानी, खरगौन, बुरहानपुर, खण्डवा, हरदा, बैतूल, नर्मदापुरम् एवं विदिशा शामिल हुए। इस दौरान 1315750 लोग उपस्थित, 7640 गांव से मिट्टी का संचय, 179 नदियों से जल संचय, 122 जनसंवाद, 70275 जन संवाद में उपस्थित,स 516 कलश यात्रा आयोजित किए गए।
समरसता यात्रा रूट क्रमांक 3
यात्रा में 9 जिले श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर और सागर जिले शामिल हुए। इस दौरान 5,02,600 लोग उपस्थिति, 1030 गांव से मिट्टी का संचय, 32 नदियों से जल संचय, 64 जनसंवाद जिसमें 77870 लोग उपस्थित रहे। वहीं 179 कलश यात्रा आयोजित किए गए।
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समरसता यात्रा रूट क्रमांक 4
इसमें 8 जिले बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, दमोह और सागर जिले शामिल हुए। इस दौरान 166500 लोग उपस्थित, 2068 ग्रामों से मिट्टी का संचय, 54 नदियों से जल संचय, 54 जनसंवाद जिसमें 166500 लोग उपस्थित रहे और 380 कलश यात्रा निकाली गई।
समरसता यात्रा रूट क्रमांक 5
यात्रा में 9 जिले सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, निवाडी, टीकमगढ और सागर जिले शामिल हुए। इस दौरान 179445 लोग की उपस्थित, 5267 ग्रामों से मिट्टी का संचय, 60 नदियों से जल संचय, 74 जनसंवाद आयोजित किए गए, जिसमें 127431 लोग उपस्थित हुए। इसके साथ ही 292 कलश यात्रा आयोजित किए गए।
11 एकड़ भूमि पर बनेगा भव्य मंदिर और कला संग्रहालय
आपको बता दें कि सागर में 11 एकड़ भूमि पर संत रविदास जी का भव्य मंदिर और कला संग्रहालय बनाया जाएगा। पूरी योजना के लिए कुल 100 करोड़ रूपये प्रस्तावित है। योजना में मंदिर, इंटरप्रिटेशन म्यूजियम, लाइब्रेरी, संगत हाल, कुंड, भक्त निवास, फूड कोर्ट का निर्माण किया जाएगा। 10 हजार वर्ग फुट में नागर शैली से पत्थरों का भव्य मंदिर बनेगा। संस्कृति एवं रचनात्मक विशेषताओं के साथ 14 हजार वर्ग फुट में इंटरप्रिटेशन म्यूजियम बनेगा।
म्यूजियम में बनेगी गैलरी
इंटरप्रिटेशन म्यूजियम में 4 गैलरियां बनाई जाएंगी। पहली गैलरी में संत रविदास जी के जीवन का प्रदर्शन, दूसरी गैलरी में भक्त मार्ग और निर्गुण पंथ में योगदान का प्रदर्शन, तीसरी गैलरी में संत रविदास जी के दर्शन का विभिन्न मतों पर प्रभाव और रविदासिया पथ का प्रदर्शन, चौथी गैलरी में संत रविदास जी की काव्योचित, साहित्य और समकालीन विवरण का प्रदर्शन किया जाएगा।
लाइब्रेरी, संगत हाल आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनेगा। लाइब्रेरी और संगत हाल में संत रविदास जी के भक्ति मार्ग, दार्शनिक विचारों के सभी साहित्य उपलब्ध होंगे। मंदिर के समीप प्रतीकात्मक जल कुंड बनाया जाएगा। 12000 स्क्वायर फीट में श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए भक्त निवास का निर्माण किया जाएगा। जहां पर श्रद्धालुओं के ठहरने की सर्व सुविधा युक्त व्यवस्था होगी।
ठहरने की सुविधा
भक्त निवास में 15 कमरे वातानुकूलित और 50 लोगों के ठहरने के लिए डोर मेट्री का निर्माण किया जाएगा। मंदिर परिसर में आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए 15000 वर्ग फुट में फूड कोर्ट बनेगा। प्रवेश द्वार के समीप 1940 वर्ग फिट में 2 गजीबो का निर्माण किया जाएगा। मंदिर में दो भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण किया जाएगा। साथ ही पार्किंग, सीसीटीवी, फायर फाइटिंग, लाइटिंग की समुचित व्यवस्था रहेगी।
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