गाजियाबाद के लोगों के लिए बुधवार 6 मार्च का दिन बेहद खास रहने वाला है. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस जिले को रफ्तार की एक और सौगात देने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री कल नमो भारत ट्रेन के दुहाई से मोदी नगर नॉर्थ तक के खंड का सुबह 10 बजे वर्चुअली उद्घाटन करेंगे.

पिछले वर्ष नमो भारत के दिल्ली बॉर्डर के पास साहिबाबाद से दुहाई डिपो खंड तक के 17 किलोमीटर भाग का शिलान्यास किया गया था. अधिकारियों का कहना है कि उद्घाटन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो लिंक से जुड़ेंगे. मुरादनगर रैपिड रेल सेक्शन पर कार्यक्रम का आयोजन होगा. पीएम मोदी बुधवार को हुगली में बने कोलकाता ईस्ट-वेस्ट मेट्रो टनल, आगरा मेट्रो, पुणे मेट्रो और कोच्चि मेट्रो का उद्घाटन करेंगे.

34 किमी रूट पर होंगे 8 स्टेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दुहाई से मोदीनगर नॉर्थ तक के दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किमी लंबे अतिरिक्त सेक्शन का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर प्रायोरिटी सेक्शन से आगे दुहाई से मोदीनगर नॉर्थ तक का 17 किमी लंबा अतिरिक्त खंड नमो भारत ट्रेनों का परिचालन के लिए तैयार हो जाएगा. इस खंड में मुरादनगर, मोदी नगर साउथ और मोदीनगर नॉर्थ तीन स्टेशन हैं. उद्घाटन से नमो भारत ट्रेन सेवाएं दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर 34 किमी के खंड पर निर्बाध रूप से उपलब्ध हो जाएंगी, जिसमें साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ तक कुल 8 स्टेशन होंगे.

मोदीनगर नॉर्थ तक नमो भारत ट्रेन का संचालन शुरू होने के बाद इस रूट पर ट्रेन के संचालन में कुछ बदलाव किया जाएगा. अभी तक साहिबाबाद से चलने वाली हर नमो भारत ट्रेन दुहाई डिपो तक जाती थी, लेकिन मोदीनगर नॉर्थ तक इसका संचालन शुरू होने के बाद हर ट्रेन दुहाई डिपो नहीं जाएगी. वह सीधे मोदीनगर नॉर्थ की तरफ निकल जाएगी. क्योंकि सराय काले खां से लेकर मेरठ तक का यह सीधा रूट है. दुहाई डिपो तक ट्रेन को इसलिए लेकर जाया जाता है कि उसका समय-समय पर मेंटिनेंस हो सके.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2019 में दिल्ली को मेरठ से जोड़ने वाले देश के पहले आरआरटीएस कॉरिडोर की आधारशिला रखी गई थी. इसके 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन को अक्टूबर 2023 में प्रधानमंत्री ने परिचालन के लिए हरी झंडी दिखाई थी.

आरआरटीएस, एक अत्याधुनिक रेल-आधारित यातायात प्रणाली है, जिसके तहत चलने वाली नमो भारत ट्रेनों की डिजाइन गति 180 किमी प्रति घंटा और परिचालन गति 160 किमी प्रति घंटा है. आरआरटीएस कॉरिडोर, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दूरियों को घटाने, समुदायों और गंतव्यों को करीब लाने के उद्देश्य से तैयार किया जा रहा है. 82 किमी लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर, दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा के समय को घटाकर एक घंटे से भी कम कर देगा.