रायपुर। भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों के लोकार्पण का ऐतिहासिक क्षण अब करीब है। गुरुवार, 22 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के कुल 103 पुनर्विकसित स्टेशनों का लोकार्पण एवं राष्ट्र को समर्पण करेंगे। इस दौरान छत्तीसगढ़ के भी 5 प्रमुख स्टेशनों को नई पहचान मिलेगी।

प्रदेश के जिन स्टेशनों का लोकार्पण किया जाएगा, उनमें डोंगरगढ़, भानुप्रतापपुर, भिलाई, उरकुरा और अंबिकापुर स्टेशन शामिल हैं। इन सभी स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।

क्या है अमृत भारत स्टेशन योजना?

अमृत भारत स्टेशन योजना भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई एक राष्ट्रीय पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक, सुंदर, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है। इस योजना के तहत स्टेशनों का न सिर्फ भौतिक रूपांतरण हो रहा है, बल्कि उन्हें सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा रहा है।

खासियतें जो बनाएंगी स्टेशनों को खास

अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं, जैसे आधुनिक प्रतीक्षालय, स्वच्छ शौचालय, लिफ्ट, एस्केलेटर
डिजिटल सूचना प्रणाली और डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड्स
ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा, वर्षा जल संचयन, ऊर्जा दक्षता
स्टेशन परिसरों का सौंदर्यीकरण, भित्तिचित्र, हरित क्षेत्र और स्थानीय संस्कृति को दर्शाने वाले तत्व
दिव्यांगजन के लिए सुगम पहुंच, टैक्टाइल पाथ, रैम्प आदि
व्यवस्थित यातायात और पार्किंग व्यवस्था

छत्तीसगढ़ में 32 रेलवे स्टेशनों का हो रहा कायाकल्प

छत्तीसगढ़ के कुल 32 रेलवे स्टेशनों का चयन अमृत भारत योजना के तहत किया गया है, जिनपर कुल अनुमानित लागत ₹1680 करोड़ है। इन स्टेशनों पर अधोसंरचना विकास, अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण तथा स्थानीय कला और विरासत को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।

इन 32 स्टेशनों की बदलेगी तस्वीर

छत्तीसगढ़ के भाटापारा, भिलाई पावर हाउस, तिल्दा नेवरा, बिल्हा, भिलाई, बालोद, दल्ली राजहरा, भानुप्रतापपुर, हथबंद, सरोना, मरोदा, मंदिर हसौद, उरकुरा, निपानिया, भिलाई नगर, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, रायगढ़, बाराद्वार, चाम्पा, नैला-जांजगीर, अकलतरा, कोरबा, उसलापुर, पेंड्रारोड, बैकुंठपुर रोड, अंबिकापुर, बिलासपुर, महासमुंद, जगदलपुर रेलवे स्टेशन शामिल हैं।

इन स्टेशनों का पुनर्विकास राज्य के दूरस्थ एवं औद्योगिक क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने, पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय लोगों के जीवनस्तर को सुधारने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम सिद्ध होगा। भारतीय रेलवे “नये भारत” की परिकल्पना को साकार करते हुए अपने स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रमों के माध्यम से देश के हर नागरिक को सुविधा और प्रगति से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।