प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के रेवाड़ी-मदार रेलखंड का लोकार्पण किया. प्रधानमंत्री ने डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन के परिचालन की भी शुरूआत की.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के इस प्रोजेक्ट को 21वीं सदी में भारत के लिए गेमचेंजर के रूप में देखा जा रहा है. पांच से छह वर्षों में कड़ी मेहनत के बाद इसका एक हिस्सा हकीकत बन चुका है. पिछले दिनों भावपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन शुरू होने से मालगाड़ियों की स्पीड 90 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई. जिस रास्ते में सिर्फ 25 किमी प्रति घंटे की औसत स्पीड रही हो, वहां पहले से तीन गुना ज्यादा तेज गति से मालगाड़ी चलने लगी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को पहले के मुकाबले, विकास की यही स्पीड चाहिए. देश को ऐसी ही प्रगति चाहिए. आज हरियाणा और राजस्थान के बीच डबल स्टेट कंटेनर मालगाड़ी रवाना की गई है – यानी डिब्बे के ऊपर डिब्बे वाली यह मालगाड़ी है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ ही दिन पहले भारत ने कोरोना की मेड इन इंडिया वैक्सीन स्वीकृत की है. इसने देशवासियों में नया आत्मविश्वास पैदा किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 2021 के आरंभ से ही यह तेजी, आत्मनिर्भरता के लिए ये गति देखकर, सुनकर कौन हिंदुस्तानी होगा, कौन मां भारती का लाल होगा, जिसका माथा गर्व से ऊंचा नहीं होगा.

न्यू खुर्जा – न्यू दादरी – न्यू रेवाड़ी सेक्शन की मुख्य विशेषताएं

इस डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की लंबाई 173 किमी है. जो की पूरी तरह विद्युतीकृत डबल लाइन सेक्शन है. इस परियोजना का खर्च 10,141 करोड़ रुपए है. इस डीएफसी स्टेशन में मार्ग पर छह स्टेशन शामिल हैं, जिनमें न्यू बोरकी, न्यू दादरी, न्यू फरीदाबाद, न्यू-पृथला, न्यू ताउरू, और न्यू धारूहेड़ा शामिल हैं. यह कॉरिडोर अद्वितीय इंजीनियरिंग का एक उत्कृष्ट उदहारण है. इस सेक्शन में हाई राइज ओह से विद्युतीकृत एक किलोमीटर लंबी डबल-लाइन रेल सुरंग दुनिया में अपनी तरह की पहली सुरंग है. इस सुरंग को डबल-स्टैक कंटेनर ट्रेनों को निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

सोहना में 2.76 किमी वायाडक्ट का निर्माण जमीनी स्तर से 25 मीटर की ऊंचाई पर किया गया है. इससे डीएफसी ट्रैक के दोनों तरफ सोहना शहर में आवागमन बाधित नहीं होगा. इस खंड में 3 नदी पुल, 3 रेल फ्लाईओवर, 24 प्रमुख पुल, 79 छोटे पुल, 16 रोड ओवरब्रिज (आरओबी), 32 प्रमुख रोड अंडरब्रिज (आरयूबी), 17 रोड अंडरब्रिज (लघु) और 8 फुट ओवरब्रिज (एफओबी) हैं. यह खंड 4.54 किमी लंबे रेल फ्लाईओवर (आरएफओ) के माध्यम से डीएफसी को दादरी में भारतीय रेल से जोड़ता है और इसके साथ ही यह पलवल के पास असावटी में भी डीएफसी को भारतीय रेल से जोड़ता है.

प्रधानमंत्री एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप (आईआईटीजीएन) का भी उद्घाटन करेंगे. इसे गतिशक्ति परियोजना के तहत 1,714 करोड़ की लागत से 747 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है. यह दक्षिण में पूर्वी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और पूर्व में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के साथ पूर्वी और पश्चिम डीएफसी के चौराहे के नजदीक स्थित है. आईआईटीजीएनएल के एमएडी एनजी रवि कुमार ने बताया कि इस परियोजना की बेहतर कनेक्टिविटी है.

बसों की कमी से रूटों पर होगी परेशानी

बुलंदशहर में होने जा रही प्रधानमंत्री की रैली में मेरठ से भी लोगों की भारी भीड़ जाएगी. इसके लिए बसों की व्यवस्था की गई है. रोडवेज से भी करीब 140 अनुबंधित बसों को लिया गया है. इसके चलते भैसाली डिपो और सोहराबगेट डिपो की बसें कम पड़ने से रूटों पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

रिहर्सल के लिए ट्रैफिक रोका गया

प्रधानमंत्री की जनसभा को लेकर यातायात पुलिस ने गुरुवार को डीएनडी से जेवर टोल तक रिहर्सल किया. इस दौरान विभिन्न स्थानों पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक रोका गया. इससे कई स्थानों पर जाम लग गया. जनसभा में शामिल होने के लिए दिल्ली से वीआईपी व वीवीआईपी डीएनडी, चिल्ला लिंक रोड, महामाया फ्लाईओवर और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे से गुजरेंगे. ट्रैफिक पुलिस ने बुधवार को डीएनडी से जेवर तक कई बार रिहर्सल कर फ्लीट गुजारी और आने वाली समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया.

परिवहन विभाग ने 250 वाहन दिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पड़ोसी जिले बुलंदशहर में कार्यक्रम के चलते परिवहन विभाग गौतमबुद्ध नगर ने करीब 250 वाहन दिए हैं. इनमें हर तरह के वाहन शामिल हैं. परिवहन विभाग से मिली जानकारी रैली में यह वाहन शामिल होंगे. इनमें बस, टैक्सी समेत अन्य वाहन शामिल हैं. वाहनों की व्यवस्था बीते करीब एक सप्ताह से परिवहन विभाग कर रहा था.