नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इस रैली में जिन लोगों को धूप में खड़ा रहना पड़ा है. आप सबको जो असुविधा हुई है, उसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं, लेकिन जो इस ताप में तप रहे हैं, उन्हें मैं विश्वास दिलाता हूं कि आपकी यह तपस्या बेकार नहीं जाने देंगे. हम आपको विकास कर ब्याज समेत लौटाएंगे. मोदी ने कहा कि महासमुंद की धरती. ये क्षेत्र मेरे लिए नया नहीं है. मै इस क्षेत्र से चिर परिचित रहा हूं. संगठन के कार्यकर्ता के नाते मुझे कई वर्षों तक आपके बीच में काम करने का मौका मिला है. उसके कारण यहां के लोगों की आवश्यकता क्या है. लोगों की समस्याएं क्या है. उसे सुलझाने के रास्ते क्या होते हैं. संगठन के कार्यकर्ता के रूप में इसका काफी अनुभव है. इसलिए प्रधानमंत्री बनने के बाद यहां रहकर जो जाना है, सीखा है, वह मुझे छत्तीसगढ़ की विकास योजना में बहुत काम आता है. भारत सरकार की उस योजनाओं को छत्तीसगढ़ में हम लागू कर पाते हैं, जो सामान्य नागरिक के जीवन में बहुत उपयोगी होती है. यही कारण है कि बीजेपी को तीन बार से आपने विकास के मुद्दे पर सेवा करने का मौका दिया है. मोदी ने कहा कि 18 साल की उम्र का छत्तीसगढ़ तेज गति से दौड़ना चाहेगा. नए-नए सपनों को लेकर निकल पड़ेगा. हर संकल्प को पूरा करने के इरादे से काम करेगा. कोई मां बाप अगर 18 से 23 साल की उम्र में अपने बच्चों को संभालने में यदि पीछे रह जाता है, तो जिंदगी भर वह बच्चे उनकी मुसीबत का कारण बन जाते हैं. समझदार मां बाप 18 से 23 साल की उम्र के बच्चे को बहुत संभालकर उसका लालन पालन करते हैं. छत्तीसगढ़ के जीवन में ये 5 साल बहुत महत्वपूर्ण है. आपका भविष्य छत्तीसगढ़ के भविष्य के साथ जुड़ा हुआ है. छत्तीसगढ़ के मां बाप आप है. रखवाले आप है. जैसे बच्चों की परवरिश विशेष रूप से की जाती है वैसी ही परवरिश छत्तीसगढ़ की करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस बार हमें गलती करने का हक नहीं है. बड़े संकट के साथ इस महत्वपूर्ण दौर के लिए रमन सिंह को इतनी ताकत दीजिए की छत्तीसगढ़ के आने वाले 25 सालों की मजबूत नींव आज ही पड़ जाए. इस चुनाव को सामान्य चुनाव मत मानिए.
महासमुंद- दूसरे चरण के चुनावी मुकाबले के लिए प्रचार के अंतिम दिन महासमुंद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. मोदी ने कहा कि- डाक्टर रमन सिंह को सच्चे अर्थ में काम करने की सुविधा तीनों बार नहीं मिली है. सिर्फ ये बीते साढ़े चार साल ही मिले हैं, क्योंकि इसके पहले दिल्ली में रिमोट कंट्रोल से चलने वाली सरकार बैठी थी. ऐसे परिवार के हाथों में रिमोट था कि भाजपा नाम सुनते ही भड़क जाते थे. मैं गुजरात में मुख्यमंत्री था, मुझे मालूम है कि बीजेपी सरकारों की एक बात भी दिल्ली में बैठी हुई रिमोट कंट्रोल सरकार सुनने को तैयार नहीं थी. मुझे गुजरात की भलाई के लिए दिल्ली से लड़ना पड़ता था. रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की भलाई के लिए दिल्ली से लड़ना पड़ता था. जनता ने हम पर विश्वास कर हमें सत्ता दी थी, लेकिन हमारा पूरा समय नकारात्मक शक्तियों के साथ संघर्ष में चला गया. डाॅक्टर रमन सिंह नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए यूपीए सरकार से मदद मांगते थे. पुलिस बल मांगते थे. आधुनिक शस्त्र मांगते थे. लेकिन दिल्ली में बैठी हुई कांग्रेस की सरकार को ऐसा लगता था जैसे छत्तीसगढ़ हिन्दुस्तान में है ही नहीं. उन्हें जिम्मेदारियों का एहसास नहीं होता था. ऐसे नकारात्मक वातावरण में भी डाॅक्टर रमन सिंह और उनकी टीम ने छत्तीसगढ़ के नागरिकों के सहयोग से बीमारू राज्य की पहचान को दूर किया. इस पहचान को बाहर निकाला और विकास के पैमाने पर खड़ा कर दिया. छत्तीसगढ़ फलने फूलने का पहला अवसर जब दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तब आय़ा है. मोदी ने कहा कि ऐसे ही 10-15 साल और मिल जाए छत्तीसगढ़ हिन्दुस्तान के पहले तीन राज्यों की सूची में आ जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब दिल्ली में छत्तीसगढ़ की भलाई का सोचने वाली सरकार है. ऐसा प्रधानमंत्री है, जिसने अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय छत्तीसगढ़ के जंगलों में बिताने का सौभाग्य मिला है. ऐसा व्यक्ति प्रधानमंत्री बना है, तो उसके दिल में छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाने की कितनी तमन्ना होगी इसकी आप कल्पना कर सकते हैं.
मोदी ने कहा कि जो नौजवान आज पहली बार वोट करने वाले हैं, जिन्हें छत्तीसगढ़ का भविष्य तय करने के लिए पहली बार मत देने का अधिकार मिला है. उन नौजवानों से पूछना चाहता हूं कि आपके पिताजी को आपके दादाजी को आपके चाचा-चाची को जैसी जिंदगी जीनी पड़ी. जैसी मुसीबतें झेलनी पड़ी, जिन कठिनाईयोें से गुजारा करना पड़ा. क्या आप चाहते हैं आपकी जिंदगी भी ऐसे ही गुजरे. कौई नौजवान है, जो वो मुसीबते चाहता है, जिसे उसके पिताजी को भी झेलनी पड़ी थी. कोई नौजवान है, जो उस संकट से गुजरना चाहता है, जिससे उनके दादा को गुजरना पड़ा था. आप सोचिए वह कौन लोग राज करते थे, जब आपके दादा-दादी को मुसीबत में जिंदगी गुजारनी पड़ी. कौन लोग राज करते थे, कि आपके पिता अपने सपनों को पूरी नहीं कर पाए. कौन लोग राज करते थे, जिससे आपके परिवार के सपने वहीं के वहीं रह गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मैंने कांग्रेस को चुनौती दी थी कि पांच साल के लिए परिवार के बाहर के व्यक्ति को कांग्रेस अध्यक्ष बनाकर देखे. उनके राज दरबारी मैदान में आ गए. उन्होंने खाका खोल दिया कि ये बने थे, ये बने थे. लेकिन यह मेरे सवाल का जवाब नहीं है. देश को पता है की दलित वर्ग से आए सीताराम केसरी को दरवाजे से उठाकर फुटपाठ पर फेंक दिया गया था और मैडम सोनिया जी को बिठा दिया गया था. इस इतिहास को देश ने देखा है. मजबूरी में उन्हें बनाया था. उन्हें भी दो साल झेल नहीं पाए. सम्मान नहीं दे पाए,मोदी ने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछता हूं कि आप छत्तीसगढ़ के भोले भाले लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हो. रोज नए नए वादे कर रहे हो. आपने कर्नाटक में कहा था कि आएंगे तो किसानों का कर्जा माफ कर देंगे. सरकार को एक साल होने को आ रहा है. वहां के अखबार रोज खबर छाप रहे हैं कि वादा किया था, लेकिन सैकड़ों की तादात में किसानों के नाम पर वारंट निकले हैं. क्यों झूठ बोलते हो? 50 साल तक झूठ बोलकर देश को गुमराह किया है. आपके झूठ का नतीजा है कि 440 से 40 पर लाकर जनता ने आपको ख़डा कर दिया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि राग दरबारियों ने ऐसा ढोल पीटा कि किसानों का कर्ज माफ हो गया है, लेकिन बाद में सीएजी की रिपोर्ट आई. आप हैरान हो जाओगे कि खजाने से रूपया गया, लेकिन जो कर्जमाफी के हकदार थे, उन्हें नहीं मिला. सीएजी की रिपोर्ट कहती है कि आठ फीसदी लोग ऐसे हैं, जो इसके हकदार नहीं थे. जरा बताइए कि यह किसके दामाद थे. किसके भतीजे थे. किसके भांजे थे. किसानों के नाम पर किसको दिया. क्यों किसानों के पैसे को लूट लिया गया. एक तरफ देश का खजाना लूट लिया गया तो दूसरी तरफ किसानों को भी लूट लिया गया. उन्होंने कहा कि हमने किसानों की आय दोगुनी की. उन्हें उन्नत खेती की ओर ले जा रहे हैं. कांग्रेस के जमाने में चीनी घोटाला हुआ, क्या वह किसानों के सामने मृत्युघंट बजाने का प्रयास था या नहीं. किसान को जब इन्होंने छोड़ा नहीं है. आज किसानों के नाम पर धड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. किसानों को जेल में बंद करने वाले, गोली चलाने वाले लोग आज पूछते हैं कि किसानों के लिए क्या किया. मैं पूछता हूं कि 50 साल तक आपने क्या किया. चार पीढ़ियों का पहले जवाब दीजिए. मोदी ने कहा कि आज से दस साल पहले स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट की मांग कर रहे थे. लागत का डेढ गुना मूल्य मिलना चाहिए यह देश का किसान मांग कर रहा था. आपने उन्हें यह हक क्यों नहीं दिया. क्या उन्हें पता नहीं था. उन्होंने कहा कि आपके दिल में किसानों के लिए जगह नहीं थी. इसलिए किसानों के लागत मूल्य का डेढ़ गुना देना स्वीकार नहीं किया. बीजेपी की सरकार आई, जो किसानों को उनका हक देनेके लिए प्रतिबद्ध है. हमने लागत का डेढ़ गुना देने का फैसला कर लागू कर दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों को लूटकर देश से भागने वाले उद्योगपतियों का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 के पहले बैंकों को लूटा गया. पहले लूटेरे भाग जाया करते थे, उनकी संपत्ति को जप्त करने के लिए कोई कानून नहीं था,लेकिन हम कानून लेकर आए. जो भाग गए हैं, उनकी सारी संपत्ति जप्त करने की हिम्मत हमने की है. बैंक को 2014 के पहले कांग्रेस ने लुटवाया. दुनिया में जहां-जहां ऐसे लुटेरों की संपत्ति है, उसे हमने जप्त किया है. जिस दिन उसकी बिक्री होगी सरकार उसकी पाई पाई वसूल करेगी. ये सारे खेल उन लोगों ने किया है. देश को लूटने का मौका हर पल ढूंढने वालों को अब देश मौका नहीं देगा. देश को इमानदारी के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए, इन ठेकेदारों से मुक्त कराने के लिए, छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य के लिए, दिल्ली की सरकार को मजबूत बनाने के लिए बीजेपी को मजबूत बनाए.