नई दिल्ली . देश में पिछले 2 सप्ताह के दौरान कोरोना और इंफ्लुएंजा के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे, संसाधनों और टीकाकरण अभियान आदि की समीक्षा की गई. बैठक में प्रधानमंत्री ने कोविड के नए प्रकार की निगरानी के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने का निर्देश दिया.
कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और नियमित आधार पर देश भर में स्थिति की निगरानी करने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार की 5 फोल्ड की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखने, सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों की प्रयोगशाला निगरानी और परीक्षण को बढ़ाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे अस्पताल सभी जरूरतों के लिए तैयार हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस के 1,134 नये मामले दर्ज किये गये हैं, वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 7,026 पहुंच गयी है.
इस दौरान प्रधानमंत्री को एच1एन1 और एच3एन2 वायरस के बढ़ते मामलों से भी अवगत कराया गया. प्रधानमंत्री ने मरीजों स्वास्थ्य पेशेवरों और स्वास्थ्य कर्मियों दोनों द्वारा अस्पताल परिसर में मास्क पहनने सहित कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जब वरिष्ठ नागरिक और बीमार भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाएं तो वे मास्क पहनकर जाएं. पर्याप्त बिस्तरों और संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया.
किन राज्यों में कोरोना के कितने मामले
सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार संक्रमण से पांच लोगों की मौत होने के साथ मृतक संख्या 5,30,813 हो गयी है. अद्यतन आंकड़ों में छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में मौत का एक-एक मामला दर्ज किया गया, जबकि केरल में पूर्व में सामने आये मौत के एक मामले में कोविड-19 की पुष्टि होने पर उसे संबंधित आंकड़ों में शामिल किया गया. केरल में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई. इसके बाद सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया. स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा, राज्य में संक्रमण के 172 नए मामले मिले. राज्य में उपचाराधीन मरीज1,026 हैं, जिनमें से 111 का इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है. सभी जिलों को निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने का निर्देश दिया गया.
सर्वे सार्वजनिक स्थानों पर लोगों ने मास्क लगाना छोड़ा
सर्वे के अनुसार, एक्सबीबी.1.16 और एच3एन2 (हांगकांग फ्लू) वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बावजूद देश में लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना छोड़ दिया है. 20 में सिर्फ एक व्यक्ति का मानना है कि उसके क्षेत्र में मास्क का अनुपालन प्रभावी है. सर्वे में 9656 लोगों को शामिल किया गया.