नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चूरलमाला और मुंडक्कई क्षेत्रों में भूस्खलन के बाद चल रहे राहत और पुनर्वास प्रयासों का आकलन करने के लिए आज वायनाड का दौरा किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री के दौरे का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की.

प्रधानमंत्री सुबह करीब 11 बजे कन्नूर पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. प्रधानमंत्री मोदी के साथ वायुसेना के हेलीकॉप्टर में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी भी थे.

हवाई सर्वेक्षण के दौरान उन्होंने भूस्खलन की उत्पत्ति का अवलोकन किया, जो इरुवाझिंजी पुझा (नदी) के स्रोत पर है. उन्होंने पुंचिरिमट्टम, मुंडक्कई और चूरलमाला सहित सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को भी देखा. हवाई निरीक्षण के बाद दोपहर करीब 12.15 बजे भूस्खलन स्थलों का दौरा किया गया. अपने दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी को बचाव बलों द्वारा निकासी प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई.

प्रधानमंत्री के दौरे का स्वागत करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, “धन्यवाद मोदी जी, भयानक त्रासदी का व्यक्तिगत रूप से जायजा लेने के लिए वायनाड आने के लिए. यह एक अच्छा निर्णय है. मुझे विश्वास है कि एक बार प्रधानमंत्री को विनाश की भयावहता का प्रत्यक्ष अनुभव हो जाए तो वे इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर देंगे.”

226 लोगों की हो चुकी है मौत

30 जुलाई को वायनाड में हुए भूस्खलन के कारण कम से कम 226 लोग मारे गए तथा अनेक लोग लापता हैं. इस दक्षिणी राज्य में यह सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा मानी जा रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल सरकार ने आपदाग्रस्त क्षेत्र में पुनर्वास और राहत कार्य के लिए 2,000 करोड़ रुपये की सहायता का अनुरोध किया है.