PM Modi On The Sabarmati Report Film: गोधरा कांड (Godhra incident) पर बनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तारीफ की है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (X) पर फिल्म का ट्रेलर शेयर करते हुए लिखा कि- अच्छी बात है कि यह सच्चाई सामने आ रही है, और वह भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें।

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दरअसल फिल्म 22 साल पहले फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर आधारित है। इस फिल्म में विक्रांत मैसी, रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना ने पत्रकार की भूमिका अदा की है। 

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा- बहुत बढ़िया कहा आपने। ये अच्छी बात है कि ये सच्चाई सामने आ रही है, और वो भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें। एक झूठी कहानी सीमित समय तक ही चल सकती है. आखिरकार, तथ्य हमेशा सामने आ ही जाते हैं।

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दरअसल पीएम ने जिस ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म के ट्रेलर को शेयर किया है, उसे आलोक भट्ट नाम के युजर ने अपलोड किया है। पीएम मोदी ने उसे रिपोस्ट किया है। पोस्ट में दावा किया गया कि क्यों ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को देखा जाना चाहिए। इसे हाइलाइट करते हुए पोस्ट में चार पॉइंट्स लिखे गए हैंः-

  • 1. ये प्रयास खासकर सराहनीय है क्योंकि ये हमारे हाल के इतिहास की सबसे शर्मनाक घटनाओं में से एक की महत्वपूर्ण सच्चाई को सामने लाता है।
  • 2. मेकर्स ने फिल्म के सेंसिटिव इशू को बहुत ही सेंसिटिविटी के साथ हैंडल किया है और उतनी ही ईमानदारी से बनाया भी है। 
  • 3. एक बड़े मुद्दे पर, हम सभी के लिए ये गहन तरीके से सोचने लायक है कि कैसे साबरमती एक्सप्रेस के यात्रियों को जलाए जाने की जघन्य घटना को एक समूह ने राजनीतिक रंग देने की कोशिश की और एक बारूदी सुरंग में बदल दिया गया, जिन्होंने इसे एक नेता की छवि को धूमिल करने के जरिए के तौर पर देखा। उनके इको सिस्टम ने एक के बाद एक झूठ को प्लांट करना शुरू किया ताकि सिर्फ अपने झूठ फैलाने के एजेंडा को सेट कर सके।
  • 4. आखिरकार 59 निर्दोष पीड़ितों को अपनी बात कहने का मौका मिला। जी हां, जैसा कि वे कहते हैं, सत्य की ही जीत होती है। ये फिल्म वास्तव में उन 59 निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को श्रद्धांजलि है जिन्हें हमने उस फरवरी की सुबह खो दिया था।

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जाने क्या है गोधरा कांड

 27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा स्टेशन से रवाना हुई साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की एक बोगी में उन्मादी भीड़ ने आग लगा दी थी, जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी। अहमदाबाद की ओर जा रही साबरमती एक्सप्रेस अभी गोधरा स्टेशन से चली ही थी कि किसी ने चेन खींचकर गाड़ी रोक दी थी, और फिर पथराव के बाद ट्रेन के एक डिब्बे को आग के हवाले कर दिया गया था। ट्रेन में सवार लोग हिन्दू तीर्थयात्री थे और अयोध्या से लौट रहे थे। इस घटना के बाद गुजरात के कई इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। हालात पर काबू पाने के लिए सेना को बुलाना पड़ा था। इस केस में 1,500 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। ट्रेन जलाने के मामले में गिरफ़्तार किए गए लोगों पर POTA लगाया गया।

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