नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से तीन दिन के यूरोप दौरे पर निकले हैं. जिसमें पहले दिन वे जर्मनी पहुंचे. जहां उन्होंने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ डेलिगेशन लेवल मीटिंग की. इसके बाद पीएम ने जर्मनी की राजधानी बर्लिन में रहने वाले भारतीय समुदाय को संबोधित भी किया. उन्होंने वहां रह रहे भारतीयों को संबोधित करते हुए कई विषयों पर बात की. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा. उन्होंने दिल्ली से एक रुपया निकलने और पहुंचते-पहुंचते 15 पैसे होने को लेकर तंज कसा.

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पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि अब किसी प्रधानमंत्री को नहीं कहना पड़ेगा कि एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसे पहुंचता है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था. बता दें कि उनका इशारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरफ था, जिन्होंने 90 के दशक में यह बयान दिया था.

कांग्रेस पर खूब ली चुटकी

वहीं इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के कामकाज गिनाए. साथ ही कांग्रेस पर इशारों-इशारों में खूब चुटकी ली. पीएम ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बड़ी संख्या में लोगों के खाते में सीधे लाभ पहुंचा है. कोई कट मनी नहीं. पहले देश एक, लेकिन संविधान 2 थे. उन्हें एक करने में इतनी देर क्यों लगी? 7 दशक हो गए, एक देश एक संविधान लागू करते करते, लेकिन वो अब हमने लागू किया है.

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नए आयाम स्थापित कर रहा भारत

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की पीठ थपथाते हुए बताया कि आज भारत ईज ऑफ लिविंग, क्वालिटी ऑफ लाइफ, ईज ऑफ इम्प्लॉयमेट-क्वालिटी ऑफ एजुकेशन, ईज ऑफ मोबिलिटी- क्वालिटी ऑफ ट्रैवल, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस-क्वालिटी ऑफ सर्विस और क्वालिटी ऑफ प्रोडक्ट, हर क्षेत्र में तेजी से काम करने के साथ ही नए आयाम स्थापित कर रहा है.

भारत में नए काम के लिए नेचुरल वातावरण

नरेंद्र मोदी ने एक वाक्या याद करते हुए कहा कि मैं गुजरात में सीएम की नौकरी करता था तो बाबुओं से पूछता कि बच्चे क्या करते हैं. तो कहते थे आईएएस की तैयारी कर रहे हैं. आज भारत सरकार के बाबुओं से पूछता हूं कि बच्चा क्या करता है तो कहते हैं कि स्टार्ट अप में लग गया है. आज नए ड्रोन बनाना हो, नया काम करना हो तो भारत में नेचुरल वातावरण है. जो कि एक बड़ा परिवर्तन है.

नाक पकड़ना सीखाकर भी डॉलर कमा सकते हैं

संबोधन के दौरान उन्होंने योग का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारा योग, हमारी ट्रैडीशनल मेडिसिन, हमारी ताकत हैं. भारत के ऋषि मुनियों के योग की इतनी ताकत है कि आप नाक पकड़ना सिखाकर भी डॉलर कमा सकते हैं. 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस है. अभी से टोलियां बनाकर हर किसी को योग सिखा दो.