चंडीगढ़, पंजाब। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 जनवरी को पंजाब के सीमावर्ती शहर फिरोजपुर के दौरे से पहले PGIMER के उपग्रह केंद्र की आधारशिला रखेंगे, जिसकी तैयारी जोरों पर है. स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) ने एक बयान में कहा कि राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया इस समारोह में मौजूद रहेंगे. आयोजन की तैयारियों की निगरानी के लिए पीजीआईएमईआर के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम जिला अधिकारियों के साथ फिरोजपुर में पहले से मौजूद है. फिरोजपुर में 490.5 करोड़ रुपये के बजट के साथ नए उपग्रह केंद्र में 30 गहन देखभाल और उच्च निर्भरता बिस्तरों सहित 100 बिस्तरों को रखने की योजना है.

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इसमें 10 नैदानिक विशेषता विभाग और पांच अन्य सहायक विभाग रखने की योजना है. इसमें छोटे और बड़े ऑपरेशन थिएटर भी होंगे. इसे प्लैटिनम रेटिंग वाला हरित अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है. इस क्षेत्र में उत्कृष्ट केंद्र के रूप में पीजीआईएमईआर की प्रमुखता के साथ संस्थान में रोगी भार पिछले दशकों में लगातार बढ़कर वर्तमान स्तर तक पहुंच गया है. आपातकालीन और नियमित सेवाओं को रोगी भार से निपटने में मुश्किल हो रही है. दूसरे, पीजीआईएमईआर में सेवाओं का लाभ उठाने के लिए परिवारों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. इस तरह यह अनिवार्य हो गया कि जनता के लिए सेवा के नए आउटरीच मॉडल तलाशे जाएं.

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इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा पीजीआईएमईआर के तीन उपग्रह केंद्र हिमाचल प्रदेश के ऊना और पंजाब के संगरूर और फिरोजपुर दोनों में स्वीकृत किए गए. कुल मिलाकर ये तीन उपग्रह केंद्र जनता को ओपीडी सेवाएं प्रदान करने के अलावा रोगी देखभाल के लिए 700 आउटरीच बेड जोड़ेंगे. संगरूर में केंद्र के लिए 449 करोड़ रुपये और 300 बेड का बजट स्वीकृत किया गया है. संगरूर में अस्पताल का निर्माण पूरा होने के करीब है और इसकी ओपीडी सेवाएं शुरू हो गई हैं. फिरोजपुर और ऊना दोनों केंद्रों पर निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है.