PM Vishwakarma Scheme Benefits: केंद्र सरकार ने छोटे कामगारों, हुनरमंद लोगों की आर्थिक मदद के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दे दी है. योजना के तहत श्रमिक को नए कौशल सीखने, नए उपकरण खरीदने और व्यवसाय बढ़ाने के लिए ऋण सहायता दी जाएगी.

प्रत्येक श्रमिक को पहले चरण में 1 लाख रुपये तक और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा, जिसमें केवल 5% ब्याज दर लागू होगी. इससे छोटे व्यवसायों और श्रमिकों को अपना व्यवसाय बढ़ाने और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में मदद मिलेगी. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह योजना 30 लाख परिवारों की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव लाएगी.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कैबिनेट के फैसलों की ब्रीफिंग के दौरान कहा कि, सरकार ने देश के श्रमिकों के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की है. उन्होंने कहा कि इस योजना की घोषणा पिछले बजट में की गई थी और पीएम मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में इस योजना को लागू करने का संकेत दिया था.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पारंपरिक कौशल वाले लोगों को समर्थन देने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दे दी है. इस योजना के तहत 1 लाख रुपये तक का ऋण उदार शर्तों पर उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत श्रमिक को प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन 500 रुपये और उपकरण और मशीनें खरीदने के लिए 15,000 रुपये दिए जाएंगे.

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लाभ

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि, योजना के तहत श्रमिकों को नए कौशल सीखने, नए उपकरण खरीदने के लिए ऋण सहायता दी जाएगी. पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 30 लाख परिवारों को आर्थिक सहायता मिलेगी. योजना के तहत यह सहायता 1 परिवार के 1 व्यक्ति को दी जाएगी. योजना पाने के लिए गांवों के कॉमन सर्विस सेंटर में रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा और 3 स्तरों के बाद अंतिम चयन किया जाएगा. विश्वकर्मा योजना में राज्य सरकारें मदद करेंगी, लेकिन सारा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी.

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