दरअसल, देशभर में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित दिहाड़ी मजदूर और रोज कमाने खाने वाला तबका हुआ है। रेहड़ी और पटरी दुकानदार भी इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अब इन प्रभावित रेहड़ी पटरी वालों को फिर से रोजगार से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने ‘प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना’ की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को मध्य प्रदेश के स्ट्रीट वेंडर्स के साथ ‘स्वनिधि संवाद’ करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान भी जारी किया है और कहा है कि मध्य प्रदेश द्वारा इस योजना के तहत साढ़े चार लाख रेहड़ी पटरी वालों का पंजीकरण किया गया है। चार लाख से ज्यादा रेहड़ी पटरी वालों को परिचय पत्र और वेंडर प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। जिसमें से 1.40 लाख रेहड़ी पटरी वालों को 140 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी स्वीकृत हो चुकी है।