नई दिल्ली. ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 99 वें संस्करण को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अंगदान एवं नारी सशक्तिकरण को समर्पित किया. उन्होंने कहा कि अब अंग दान के लिए डोनर स्वतंत्र होगा कि वे देश के किसी भी राज्य में जाकर अंगदान कर सकता है. जबकि इसके पहले तक स्वास्थ्य विभाग की ऐसी तमाम गाइडलाइन थी, जिसके तहत डोनर अपने राज्य को छोड़कर कही और जाकर अंगदान नहीं कर सकता था.

इस संबंध में अभी विस्तृत गाइडलाइन आनी बाकी है. वहीं मन की बात में पीएम मोदी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि आज देश में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और पिछले 10 सालों में अंगदान करने वालों की संख्या में तीन गुनी वृद्धि हुई है. वहीं नवरात्रि के पावन अवसर पर नारी शक्ति को लेकर कहा कि महिलाएं और बेटियां भारत के सपनों को पूरा कर रहे हैं और नारी शक्ति ही भारत की प्राण वायु है. Also Read: सत्याग्रह: प्रियंका गांधी बोली- ये लोग Rahul Gandhi को ‘पप्पू’ कहते हैं… फिर कही ये बात… देखें Video

मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के 99वें संस्करण में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहीं हैं और अपना अलग स्थान बना रही हैं. ऐसी सभी महिलाएं, बेटियां भारत और भारत के सपनों को ऊर्जा दे रही हैं. नारीशक्ति की ये ऊर्जा ही विकसित भारत की प्राणवायु है.

प्रधानमंत्री ने अंगदान को लेकर कहा, आपका एक फैसला कई लोगों की जिंदगी बचा सकता है, जिंदगी बना सकता है. उन्होंने कहा कि जो लोग अंगदान का इंतजार करते हैं, वह जानते हैं कि इंतजार का एक-एक पल गुजरना कितना मुश्किल होता है और ऐसे में जब कोई अंगदान या देहदान करने वाला मिल जाता है तो उसमें ईश्वर का स्वरूप ही नजर आता है. उन्होंने कहा, हमारे देश में आज बड़ी संख्या में ऐसे जरूरतमंद हैं, जो स्वस्थ जीवन की आशा में किसी अंगदान करने वाले का इंतजार कर रहे हैं. इसी कारण राज्यों के अधिवास की शर्त को भी हटाने का फैसला किया गया है, यानी अब मरीज देश के किसी भी राज्य में जाकर अंग प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करा सकेगा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के इस दौर में अंगदान किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है क्योंकि जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है. उन्होंने कहा, आज देश में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ रही है. साल 2013 में हमारे देश में अंगदान के पांच हजार से भी कम मामले थे, लेकिन 2022 में यह संख्या बढ़कर 15 हजार से ज्यादा हो गई है. अंगदान करने वाले व्यक्तियों ने, उनके परिवार ने, वाकई बहुत पुण्य का काम किया है.

भारत के नए दृष्टिकोण में नारी शक्ति की बड़़ी भूमिका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि

आज भारत की जो क्षमता एक नए दृष्टिकोण से उभर रही है, उसमें हमारी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है. हाल ही में ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने आए हैं. एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव एक और कीर्तिमान स्थापित करते हुए वन्देभारत की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने जानकारी दी कि दीव भारत का पहला जिला बन गया है.

देश की तीनों सेनाओं में भी महिलाएं शौर्य का झंडा बुलंद कर रही हैं.

देश की तीनों सेनाओं में भी महिलाएं शौर्य का झंडा बुलंद कर रही हैं. ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी काम्बेट यूनिट में कमांड अपॉइंटमेंट पाने वाली पहली महिला वायुसेना अधिकारी बनी हैं. उनके पास करीब तीन हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है. इसी तरह, भारतीय सेना की जांबाज कैप्टन शिवा चैहान सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनी हैं. सियाचिन में जहां पारा (0 से -60) डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है, वहां शिवा तीन महीनों के लिए तैनात रहेंगी.

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