रायपुर। पॉकेट बुलेटिन में आज दिन भर की प्रमुख ख़बरों में मोदी सरकार पर कांग्रेस का निशाना और सोनिया गांधी ऐलान सुर्खियों में रहा है. लेकिन पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और सरकार के बीच जो तनातनी है उसे भी सियासत गर्म है. पढ़िए दिन भर की प्रमुख खबरें और नीचे लिंक क्लिक पर देखिए पॉकेट बुलेटिन.
मजदूरों की घर वापसी और रेल किराया पर सियासत
स्पेशल ट्रेन के जरिए मजदूरों की घर वापसी को लेकर अब सियासत गरमा गई है. घर वापसी करने वाले मजदूरों को किराया लेने वाले ऐलान पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि श्रमिकों की घर वापसी का किराया कांग्रेस वहन करेगी. सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा कि जब विदेशों से भारतीयों को निशुल्क लाया जा सकता है, गुजरात में एक कार्यक्रम में ट्रांसपोर्ट और खाने पीने में 100 करोड़ रुपये खर्च किया जा सकता है, रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री के कोरोना फंड में 151 करोड़ रुपये दे सकता है तो फिर श्रमिकों के किराए का खर्चा क्यों नहीं उठा सकता? वहीं राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा है कि ” एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है. जरा ये गुत्थी सुलझाइए.” सोनिया गांधी के ऐलान के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कह दिया कांग्रेस सरकार प्रदेश लौटने वाले मजदूरों का खर्च वहन करेगी.
यूपी में 15 जमाती गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के शामली में पुलिस ने 15 जमातियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए जमातियों में 12 विदेशी शामिल हैं. पुलिस ने एक माह पूर्व इनके खिलाफ वीजा उल्लघंन और महामारी अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. बताया जाता है कि यह सभी जमाती बिना पुलिस और एलआईयू को सूचना दिए शामली में रह रहे थे. पुलिस के अनुसार 12 विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे, लेकिन धर्म का प्रचार कर रहे थे. जबकि 3 लोग असम के रहने वाले थे. पूरा मामला जिले के थाना भवन थाना क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार 15 लोगो की जमात भैसानी इस्लामपुर गांव की मक्का मस्जिद में बाहर से आकर रुकी थी. इनमें 12 बांग्लादेशी थे, जो टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे.
राज्यपाल और सरकार के बीच ठनी
पश्चिम बंगाल में कोरोना संकट के बीच राज्यपाल और सरकार की बीच ठन गई है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार निशाना साधा है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ का आरोप है कि ममता सरकार चावल बाँटने में देरी कर रही है. राज्यपाल का कहना है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत ममता सरकार ने 3 मई तक 3.38 लाख टन चावल एफसीआई से उठाए हैं. मेरे हस्तक्षेप के बावजूद इसमें चार हफ्ते की देरी की गई. फ्री राशन बांटने के दौरान प्रदर्शन, हिंसा हो रही है. अधिकारियों को गैर राजनीतिक होना चाहिए. बता दें कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग के बीच पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच घमासान बढ़ता ही जा रहा है. इससे पहले, राज्यपाल ने पिछले हफ्ते ममता बनर्जी को 14 पन्नों का पत्र लिखकर 37 मुद्दों को लेकर निशाना साधा था. वहीं, ममता बनर्जी ने 14 पेज का पत्र लिखकर जवाब दिया है.
शराब दुकान खुलते ही उमड़ी भारी भीड़
करीब 45 दिन के लंबे अंतराल के बाद कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच शराब की दुकानें खुल गई. केंद्र सरकार की ओर दुकान खोलने की दी गई अनुमति के बाद देश भर में शराब दुकानों के बाद लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. भट्टी के बाहर लोगों की लंबी कतारें दिखाई. नजारा ऐसा था जैसे मतदान के लिए लाइन में खड़े हो. दुकानों के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई थी. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंस का पालन करने में लोगों की जमकर लापरवाही भी दिखी. शराब पीने वालों में देश के अग्रणी राज्यों में से एक छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर धक्का-पेल की स्थिति भी दिखाई दी. हालांकि कई जगह पर प्रशासन बेरीकेटिंग भी कर रखे थे. विशेषज्ञों का मानना है कि शराब दुकान में उमड़ी भीड़ से कोरोना का खतरा बड़ सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि शराब पीने से प्रतिरोधक क्षमता घटती है, जो कि कोरोना की बीमारी सबसे ज्यादा खतरा है.
Jio Platforms में अमेरिकी कंपनी का निवेश
कोरोना से आर्थिक संकट के बावजूद रिलायंस समूह के लिए लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के Jio Platforms में फेसबुक के बाद अब अमेरिका की दिग्गज इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक ने 5,655.75 करोड़ रुपये के निवेश का फैसला किया है. कंपनी ने Jio Platforms के शेयरों की कीमत फेसबुक के मुकाबले करीब 12.5 फीसदी ज्यादा लगाई है.रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान में कहा, ‘कोविड-19 महामारी की वजह से दुनिया और खासकर भारत में गंभीर आर्थिक समस्याओं को देखते हुए दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेक निवेशकों में से एक सिल्वर लेक का निवेश खास महत्व रखता है. गौरतलब है कि बड़े पैमाने के टेक्नोलॉजी निवेश के मामले में अमेरिका की सिल्वर लेक के पास करीब 40 अरब डॉलर की पूंजी है. इसने एयरबीएनबी, अलीबाबा, एंट फाइनेंशियल, डेल टेक्नोलॉजी, ट्विटर जैसी दिग्गज कंपनियों में भी निवेश किया है.
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