रायपुर। आनंद समाज वाचनालय में रविवार को एक गरिमापूर्ण आयोजन में कवि विश्वेंद्र ठाकुर के कृतित्व और व्यक्तित्व को उनके मित्रों ने याद किया. नए स्वर द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘स्मरण : विश्वेन्द्र ठाकुर’ में नए कवियों ने कवितापाठ भी किया.
विश्वेंद्र ठाकुर की रचनाओं और उनके जीवन से जुड़े प्रसंगों को त्रिभुवन पांडेय, बलदेव भारती, रामेश्वर वैष्णव, सुरजीत नवदीप, गिरीश पंकज, जयशंकर नीरव, रमेंद्रनाथ मिश्र, चेतन भारती और रमेश नैयर ने याद किया। विश्वेंद्र ठाकुर के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाशित पुस्तिका का अतिथियों ने विमोचन किया। प्रख्यात संगीतज्ञ गुणवंत व्यास के पुत्र दीपक व्यास ने श्री ठाकुर के एक गीत को स्वरबद्ध कर प्रस्तुत किया.
कार्यक्रम में जीवेश चौबे, समीर दीवान, उपमन्यु सिंह, अनीता झा, शुभ्रा ठाकुर, निकष परमार, कार्तिक पांडे, शुभा बैनर्जी, प्रवीण सिंह, भावेश सतपथी, भावना वैष्णव, यज्ञदत्त साहू, प्रतीक्षा तिवारी, समीर ठाकुर, नलिनी तंवर, सनियारा खान ने कवितापाठ किया।
प्रख्यात कवि गजानन माधव मुक्तिबोध के पुत्र दिवाकर मुक्तिबोध ने 1960 में विश्वेंद्र ठाकुर द्वारा गजानन माधव मुक्तिबोध को लिखा पत्र व श्री ठाकुर की दो कहानियों की हस्तलिखित प्रति विश्वेन्द्र जी पुत्र संकेत ठाकुर को भेंट की जो उनके परिवार में सहेजकर रखी गई थीं।