शिवा यादव, दोरनापाल। बस्तर में तैनात सुरक्षा बलों पर एक बार फिर फर्जी मुठभेड़ में ग्रामीण को मारने का आरोप लगा है. गुरुवार को पालामडगु के पास हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ को ग्रामीणों ने फर्जी मुठभेड़ करार दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस युवक को रात में घर से उठा कर ले गई थी और सुबह उसकी हत्या कर दी.
मुठभेड़ को पालामडगु के ग्रामिणों ने फ़र्ज़ी बताते हुए आरोप लगाया है कि पुलिस ने मारे गए नक्सली को घर से सोते हुए उठा कर ले गई थी और पास के जंगल में उसे ले जाकर गोली मार दी. ग्रामिणों का यह भी आरोप है कि घर से उठाकर ले जाने के बाद पुलिस ने वर्दी पहनाकर गोली मारा है. ग्रामिणों के अनुसार जब पुलिस ने भीमा को पकड़ा उस दौरान वह टावेल लपेटे हुआ था. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस मनगढ़ंत कहानी रच रही है. उन्होंने पूरे मामले में शामिल जवानों पर कार्रवाही की मांग की है.
पुलिस नक्सलियों के बीच मचे घमासान मे पिस रहे- ग्रामीण
पालामडगु के ग्रामिणों ने पुलिस पर फ़र्ज़ी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए कहा की पुलिस कभी भी गांव आती है तो गांव को घेर कर ग्रामीणों के साथ मारपीट करती है, तो कभी नक्सली आकर उन लोगों के साथ मारपीट करते हैं. ग्रामीणों ने कहा की आख़िर आदीवासी करे तो क्या करे, दोनो की लड़ाई के बीच उन्हें ही क्यों निशाना बनाया जाता है. ग्रामीणों ने मांग की है कि पुलिस को लड़ना है तो वे नक्सलियो से लड़े ग्रामीणों को परेशान करना छोड़ दे. ग्रामीणों ने कहा की इस तरह की घटना के बाद कई आदीवासी गांव से पलायन कर रहे हैं.
घर से उठाकर ले गए और गोली मार दिए – मल्ला
ग्रामीण मल्ला ने कहा कि भीमा नशे में था और रात में अपने रिश्तेदार के घर पर सोया हुआ था रात 11 बजे के आसपास पुलिस के जवान गांव को चारों ओर से घेर लिए. कुछ जवान घर पहुँच कर भीमा को पकड़ कर ले गए और सुबह सात बजे अतुलपारा के पास वर्दी पहना कर गोली मार दी गई. मल्ला ने कहा की मृतक भीमा ना ही वर्दी पहना हुआ था और ना ही उसके पास कोई हथियार था मल्ला ने पुरे मुठभेड़ को फ़र्ज़ी बताते हुए घटना मे शामिल पुलिस जवानों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है.
आमने-सामने की लड़ाई नहीं घर से ले जाकर मारा गया – मुड़ा
पालामड़गु निवासी मुड़ा ने कहा की दो वर्ष मे पुलिस द्वारा तीन लोगो को फ़र्ज़ी मुठभेड़ मे गोली मारकर हत्या किया गया है मुड़ा ने कहा की पुलिस आमने सामने की लड़ाई मे कुछ नहीं कर रही है. बल्कि सोए जगह से ले जाकर रास्ते मे वर्दी पहना कर गोली मार रही है. भीमा ना ही वर्दी पहना हुआ था और ना ही हथियार था उसके पास. अतुलपारा के पास ले जाकर वर्दी पहनाया. जवानों ने सामने हथियार रख कर गोली मारी है. मुड़ा ने कहा की पूरे घटना मे शामिल जवानों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए ताकी दुबारा इस तरह की घटना ना हो
यह था मामला-
मामला गुरुवार सुबह का है पुलिस का दावा है कि एसटीएफ एवं डीआरजी की संयुक्त टीम पालामडगु इलाके की ओर सर्चिंग में निकली थी. उसी दौरान नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरु कर दी. कुछ देर बाद पुलिस ने उस स्थान की तलाशी ली तो उन्हें नक्सली का शव बरामद हुआ, शव के पास से 1 देसी कट्टा, 1 भरमार बंदूक और 1 एयर गन बरामद हुआ. पुलिस ने मृतक का नाम पोड़ियम भीमा उर्फ सुरेश बताया. पुलिस के मुताबिक मृतक नक्सली पर पोलमपल्ली थाने में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के 2 मामले हत्या के प्रयास के 5 मामले एंव अपहरण का 1 मामला दर्ज बताया जा रहा है.
नक्सलियो द्वारा ग्रामिणो के माध्यम से पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास – एसपी
सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने कहा की नक्सली कमांडर पाड़ाअप्पु द्वारा ग्रामिणो को धमकी पूर्व मे ही दी गई थी कि इलाके मे किसी भी तरह की एनकाउंटर होगी तो इसकी ज़िम्मेदारी ग्रामिणों की ही होगी. कोर्रापाड़ के ग्रामिणों को गाँव से कही भी आने-जाने में नक्सली पाबंदी लगाए हूए हैं, पर नक्सली के मारे जाने के बाद कोर्रापाड़ सहित आस-पास के सभी गाँवों के ग्रामिणों को नक्सलियों द्वारा भेज कर पुलिस पर दबाव बनाने की नौटंकी की जा रही है. पुलिस किसी भी तरह से दबाव मे नहीं आने वाली है आगे भी अपना काम पुलिस करते रहेगी.