कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा और उसका परिवार पूरी तरह से पुलिस के शिकंजे में फंस गया है. पुलिस ने मोखा के बेटे हरकरण सिंह मोखा की धरपकड़ तेज कर दी है.  वहीं हरकरण सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस ने 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने हरकरण सिंह मोखा का बंदूक लाइसेंस निरस्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं. वहीं दूसरी तरफ पुलिस मोखा परिवार की संपत्ति की जानकारी भी जुटा रही है.

इस मामले में एएसपी रोहित काशवानी का कहना है कि हरकरण को पकड़ने के लिए उसके सभी ठिकानों और दोस्तों से पतासाजी की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस रिमांड पर आए सिटी अस्पताल के दवा इंचार्ज देवेश चौरसिया की बुधवार को पुलिस रिमांड खत्म हो गई है. जिसे पुलिस ने न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है.

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पुलिस का कहना है कि जैसे ही वह गुजरात से सपन जैन और अन्य आरोपियों को लेकर वापस जबलपुर आएगी, उस समय फिर से देवेश चौरसिया की रिमांड ली जाएगी और फिर सारे आरोपियों की कड़ी से कड़ी जोड़ कर पूछताछ की जाएगी.

आपको बता दें कि मामले के मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा की पत्नी जसमीत सिंह और सिटी अस्पताल की मैनेजर सोनिया पुलिस की रिमांड पर हैं. वहीं सरबजीत सिंह मोखा का बेटा हरकरण मोखा अभी फरार चल रहा है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.

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