रायपुर. चिटफंड कंपनी के दो डायरेक्टर को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी कीम इंफ्रास्ट्रक्चर एवं डेव्हलपर्स लिमिटेड कंपनी एवं नेक्टर कमर्शियल ग्रुप ऑफ कंपनी के डायरेक्टर है. इस चिटफंड कंपनी पर देशभर में 1 हजार करोड़ रुपए से अधिक के ठगी करने का आरोप है. एसपी ने बताया कि ये चिटफंड कंपनी छत्तीसगढ़ में 25 करोड़ रुपए का ठगी कर फरार हो गया था. कंपनी की छत्तीसगढ़ के अभनपुर, तिल्दा, बागबाहरा में 80 एकड़ की जमीन है. जमीन को कोर्ट के माध्यम से कुर्क कराया जाएगा.
दरअसल रायपुर पुलिस ने देशभर के 1 हजार करोड़ से ऊपर की ठगी करने वाले कीम इंफ्रास्ट्रक्चर एवं डेव्हलपर्स लिमिटेड कंपनी एवं नेक्टर कमर्शियल ग्रुप ऑफ कंपनी के 2 डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने 2007 में रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में कीम इंफ्रास्ट्रक्चर एवं डेव्हलपर्स लिमिटेड कंपनी का छत्तीसगढ़ में कार्यालय खोला था. 2007 से 2016 तक छत्तीसगढ़ के हजारों लोगों से एमआईएस, आरडी, एफडी के रूप में करोड़ों रुपए जमा कराए थे.
आरोपी रविन्द्र सिंह सिद्धू मूलतः अमृतसर पंजाब निवासी का है, जो कंपनी में सीए के पद पर पदस्थ था. जालंधर से गिरफ़्तार और ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया. एक और आरोपी खजान सिंह नेक्टर कॉमर्शियल कंपनी का डायरेक्टर है. कंपनी के देशभर में 20 से अधिक खातों को फ्रिज कराया जा रहा है. 5 अक्टूबर को कंपनी के मैनेजर नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है. 9 राज्यों की पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी. गिरफ्तार करने में रायपुर पुलिस को सफलता मिली है.
एसएसपी अमरेश मिश्रा ने बताया कि करीब 15 दिन पहले ही मुझे इसकी शिकायत आई, और तभी से ही हमने मामले की जांच में टीम लगा दिया था. जानकारी मिली कि पंजाब में ये छुपे हुए हैं, जिसके बाद टीम पंजाब गई और वहां से मामले में शामिल दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के नाम से छत्तीसगढ़ में भी लगभग 80 एकड़ की जमीन है, सबसे पहले ग्वालियर से धंधे की शुरुआत किया था, 400 करोड़ रुपए की केवल पंजाब से ठगी की गई है, छत्तीसगढ़ में ही 25 करोड़ रुपए की ठगी करने की जानकारी दी है.
कई राज्यों में की ठगी
डायरेक्टर कंपनी का कार्यालय 2016 में बंद कर फरार हो गए थे. कंपनी में छत्तीसगढ़ के अलावा पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, ओडिशा, हरियाणा और महाराष्ट्र में भी कंपनी का कार्यालय खोला था. एक हजार करोड़ की राशि अलग-अलग स्कीमों में जमा करा चुके थे. कंपनी के खिलाफ ग्वालियर, मुरैना, भिंड, जम्मू, राजनांदगांव, अम्बाला और सिरसा में भी अपराध पंजीबद्ध है. 5 राज्यों की पुलिस पिछले कई वर्षों से आरोपियों की तलाश कर रही थी. अब तक गिरफ्तार नहीं हुए थे.
छत्तीसगढ़ में है कंपनी की 80 एकड़ जमीन
पुलिस ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अभनपुर, तिल्दा, बागबाहरा में 80 एकड़ से ऊपर की जमीन है. जमीन को कोर्ट ये माध्यम से कुर्क कराया जाएगा. गिरफ्तार डायरेक्टरों के संबंध में अन्य राज्यों की पुलिस से की जानकारी साझा जाएगी. कंपनी की छत्तीसगढ़ के अलावा ग्वालियर के स्थित 250 एकड़ जमीन, ग्वालियर सिटी से लगी 40 एकड़ जमीन, हरियाणा के शाहाबाद में स्थित 10 एकड़ जमीन साथ ही डेरा बस्ती पंजाब में स्थित 2 एकड़ के फार्म हाउस के संबंध के पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई है.