सुकमा। एक तरफ कोरोना वायरस से देश लड़ रहा है, तो दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से सुरक्षा बल के जवानों की लड़ाई जारी है. इसी बीच सुकमा जिले में जवानों को बड़ी सफलता मिली है. एर्राबोर और भेज्जी थाना क्षेत्रों से 6 नक्सली को गिरफ्तार किया गया है.

2 जवानों की हत्या में शामिल थे 4 नक्सली

सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बल के जवानों का ऑपरेशन जारी है. मुखबिर की सूचना पर एर्राबोर थाना और भेज्जी थाना क्षेत्रों में 6 नक्सली गिरफ्तार किए गए. जिसमें 4 नक्सली भेजी में दो सहायक आरक्षकों की हत्या में शामिल थे. इसके अलावा 2 नक्सली एर्राबोर में हुई आगजनी की घटना में शामिल थे. सभी नक्सलियों से पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया है.

ओडिशा पुलिस सरेंडर करने पर देगी इनाम

वहीं ओडिशा के मलकानगिरी में कोरोना संक्रमण के चलते एसपी ऋषिकेश दयानंद खिलारी ने नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील की है. एसपी ने कहा कि सरेंडर वाले नक्सलियों पर मामला दर्ज नहीं होगा. उन्हें बेहतर इलाज के साथ उनकी इनामी राशि दी जाएगी.

100 से ज्यादा नक्सली बीमार

बता दें कि दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के लगभग 100 से ज्यादा माओवादी फ़ूड पॉइजनिंग और कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. जिसमें 25 लाख रुपए की इनामी हार्डकोर महिला माओवादी सुजाता भी शामिल हैं. इसके साथ ही 10-10 लाख रुपए के इनामी जयलाल और दिनेश सहित कई नक्सली नेता भी बीमार है. नक्सलियों को आंध्र स्ट्रेन होनी की संभावना जताई जा रही है.

बीमारी से मारे गए कई माओवादी

इसके अलावा जवानों को नक्सली कैंप से कुछ दस्तावेज बरामद हुआ है. जिसमें कई कैडरों द्वारा संगठन छोड़ने का खुलासा हुआ है. सीपीआई माओवादी संगठन के किसी सदस्य ने सीनियर माओवादी कैडर के लिए पत्र लिखा था. जिसमें बीमारी से मरने वाले माओवादियों के नाम और उनका विवरण लिखा था.

जोनल कमेटी ने लगाया था ये आरोप

पीएलजीए बटालियन के कैडर्स सहित अनेक माओवादियों का मृत्यु होने के संबंध में पत्र में उल्लेख किया गया था. बीमारी से बचने के लिए कई माओवादी कैडर संगठन छोड़कर भागने की भी खुलासा हुआ है. जोनल कमेटी सदस्य द्वारा नीचे स्तर के कैडर्स को सही जानकारी नहीं देने का भी आरोप लगाया था.

read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea to export vaccine’s raw material