पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। जिले के पाण्डुका थाना क्षेत्र के अतरमरा के जंगल में मिली युवक की लाश मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में आरोपियों ने जब मौत की वजह बताई तो पुलिस वालों के भी रौंगटे खड़े हो गए. तालाब का मछली बचाने के लिए करंट बिछा रखा था. जिसके चपेट में युवक आ गया. इसकी जानकारी मिलने के बाद शव जंगल में फेंक दिया था.

दरअसल पूरा मामला गरियाबंद के पाण्डुका थाना के अतरमरा गांव का है. यहां पास जंगल में पिछले दिनों एक अज्ञात युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उसकी शिनाख्त उमेश निषाद के रूप में की थी. उमेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी उसके पिता ने दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था.

गवाहों ने दिया पुलिस को सुराग

घटना के गवाहों से पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि बसंत ध्रुव अतरमरा के खेत में बिजली से चलने वाला ट्यूबवेल लगा है. वहां से तारों को जोड़कर पास ही मेड़ के पास बने तालाब में करंट प्रवाहित किया जा रहा था. इसका उद्देश्य मछलियों की सुरक्षा और वन्यजीवों का शिकार दोनों बताया गया.

कैसे हुई युवक की मौत

गवाहों ने पुलिस को बताया कि रात में उमेश निषाद उसी तलाब में मछली मारने के प्रयास में करंट की चपेट में आ गया. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. जब इसकी खबर खेत के मालिक बसंत धु्रव को हुई. तो उन्होंने खतरनाक योजना बना डाली. बसंत धु्रव ने अपने अन्य सहयोगी ललित राम सौंरा पिता चतुरराम सौंरा, हेमराज ध्रुव पिता राम गुलाल ध्रुव और चंद्रशेखर सौंरा पिता जयसिंह सौंरा को बुलाकर रातोंरात लाश को तालाब से निकाल कर अतरमरा के जंगलों में फेंक आए.

जंगल में लाश ले जाने का उद्देश्य

आरोपियों ने बड़े ही शातिराना अंदाज में लाश को ठिकाने लगाया. उन्होंने सोचा कि जंगली जानवर लाश खा जाएंगे और किसी को पता भी नहीं चलेगा. संयोगवश उधर से कोई जानवर नहीं आया. इसके बाद सारा मामला उजागर हो गया. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कोर्ट में पेश किया.