इन्द्रपाल सिंह/कर्ण मिश्रा, इटारसी/ग्वालियर। इटारसी में छात्र से चाकू की नोंक पर लूट (Student robbed at knife point in Itarsi) करने वाले चार लूटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं वारदात में शामिल एक आरोपी अब भी फरार है। आरोपियों के पास से पुलिस ने लूट के दो मोबाइल, घटना में इस्तेमाल चाकू और बाइक जब्त कर लिया है। इधर ग्वालियर में रिटायर्ड फौजी से लाखों रुपए की ठगी (Lakhs of rupees cheated from retired soldier in Gwalior) करने वाला आरोपी को ग्वालियर पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार किया है।
इटारसी एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान और टीआई प्रवीण चौहान ने बताया कि थाना पथरौटा में पीड़ित जिला सिवनी निवासी अजय उइके ने थाने में 1 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि नेशनल हाइवे-69 फोरलेन पथरौटा में पांच लोगों ने उसके साथ चाकू की नोंक पर लूट की। इसके बाद पुलिस नेआरोपियों की तलाश की जा रही थी। घटना के आठ दिन बाद ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में आरोपी काशिफ पिता मोहम्मद असलम, रियाज खान पिता अजीज खान, राजेश मौर्या उर्फ भय्यू पिता ईश्वरदेव मौर्या, सुमित तोमर पिता जयसिंह तोमर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक आरोपी प्रवीण उर्फ काला फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपियों के कब्जे से फरियादी अजय उईके और मनोज उईके से लूटे गये दो मोबाइल, घटना में इस्तेमाल चाकू, एक अन्य चाकू, घटना में इस्तेमाल बाइक समेत एक अन्य बाइक बरामद किया गया।
इधर ग्वालियर पुलिस ने ठगी के आरोपी को प्रयागराज (उत्तर प्रदेस) से गिरफ्तार कर लिया है। ठगों ने रिटायर्ड फौजी को रिटायरमेंट के बाद मिली राशि को बिजनेस में लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया था। दरअसल पैसे लेने के बाद राजावत कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रयागराज का कथित पार्टनर राजेश्वरी प्रसाद पांडे ना तो फौजी रामवीर राजावत का फोन उठा रहा था और ना ही उसके पैसे वापस कर रहा था। पूर्व फौजी ने जब ज्यादा दबाव बनाया तो राजेश्वरी प्रसाद पांडे ने उसे लाखों रुपए का चेक दे दिया लेकिन यह चेक बैंक में लगाने के बाद बाउंस हो गया। इसके बाद रामवीर ने न्यायालय में आवेदन लगाकर उसके साथ हुई धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था। कोर्ट ने आरोपी को नोटिस जारी किया था। आरोपी कोर्ट के दिए किसी भी तिथि को कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। न्यायालय ने उसके खिलाफ एकतरफा फैसला करते हुए उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने आरोपी को किया गिरफ्तार
कोर्ट की तरफ से वारंट जारी होने के बाद भी पुलिस उसपर तामील नहीं कर रही थी। इसके बाद पीड़ित रामवीर राजावत ने ग्वालियर क्राइम ब्रांच (gwalior crime branch) पुलिस को आवेदन किया। क्राइम ब्रांच की एक टीम इलाहाबाद गई और आरोपी को प्रयागराज के आउटर इलाके से पकड़ लिया। क्राइम ब्रांच और कोर्ट के दबाव के चलते राजेश्वरी पांडे ने सात लाख के करीब का चेक रामवीर राजावत को दे दिया। पैसा उसके खाते में भी आ गया है। करीब एक लाख रुपए की राशि बची है, जिसे आरोपी ने जल्द ही देने का वादा किया है। राजेश्वरी प्रसाद पांडे को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
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