जांजगीर-चांपा। जिले में फर्जी पट्टा और फर्जी जमीन खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह को पकड़ने में पामगढ़ पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने आरोपियों से फर्जी दस्तावेज, कलेक्टर, एसडीएम सहित पटवारी के सील बरामद किए हैं. पामगढ़ पुलिस ने आरोपियों से बड़ी मात्रा में फर्जी सील स्टांप और अन्य दस्तावेज जप्त कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ कूट रचना कर फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज कर लिया है.

ऐसा ही फर्जीवाड़ा जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ चेउड़ीह गांव में की रहने वाली एक महिला के साथ हुआ. महिला का पति हत्या के मामले में केंद्रीय जेल बिलासपुर सजा काट रहा है. पीड़िता ने बताया कि उसका पति राजकुमार कोरोना काल में कुछ दिन की पैरोल में गांव आया था और अपने रिश्तेदार को चेउडीह गांव की 6 डिसमिल जमीन बेची. लेकिन कुछ दिनों बाद उन्हें 6 डिसमिल से ज्यादा  जमीन बिकने की जानकारी मिली. खरीददार ने शिव कुमार मानिकपुरी द्वारा पावर ऑफ एटर्नी के माध्यम से जमीन बेचने का सौदा करने की जानकारी दी. मामले की जानकारी मिलने पर परिजनों ने दस्तावेज निकाल कर जांच कराई, जिसमें पूरा दस्तावेज और रजिस्ट्री पेपर, फर्जी होना पाया गया और 21 अक्टूबर को पामगढ़ थाना में मामले की लिखित शिकायत की.

पुलिस ने पामगढ़ से शिव दास मानिकपुरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसके अन्य सहयोगियों को हिरासत में लिया. पामगढ़ पुलिस को फर्जी दस्तावेज से जमीन रजिस्ट्री करने के साथ-साथ फर्जी सील और मुहर बरामद किया है. लेकिन पुलिस और राजस्व अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती आ गई है कि इस गिरोह ने अधिकारियों के सील मुहर का कहां-कहां उपयोग किया है और क्या इस पूरे मामले में बड़े अधिकारियों की संलिप्तता भी है.