रामकुमार यादव, अंबिकापुर। जिले में करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर गिरोह का पुलिस ने पर्दा फाश किया है. नौकरी का झांसा देकर 15 से अधिक लोगों के साथ करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड सुमित यादव को पुलिस ने आज हिरासत में लिया है. इस मामले में मास्टरमाइंड सहित 3 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. बाकी की तलाश अभी जारी है.

नौकरी दिलाने के बहाने करोड़ों की ठगी करने वाले लोगों में राजेश कुजूर, संजय साहू ,ललीता भगत, मुन्ना दास ,जोकि सहायक ग्रेड 3  जिला पंचायत अम्बिकापुर में पदस्थ है, जो फर्जी सील और साइन समेत ज्वाइंग लेटर दिलाता था. साथ ही सोराब चकियार नाम एक युवक के खाते में ठगी का सारा पैसा आता था. इस मामले में 10 वीं बटालियन का आरक्षक संजय साहू भी शामिल है. जो सिलफिली बटालियन में पदस्थ है.

बता दें कि दिनेश प्रजापति निवासी मणीपुर ने पुलिस महानिरीक्षक सरगजा रेंज के पास जुलाई 2016 में शिकायत आवेदन दिया था कि ललिता भगत निवासी सत्तीपारा के द्वारा जिला पंचायत में नौकरी दिलाने के नाम पर 04 लाख रूपये की ठगी की गई है. जिसकी शिकायत के आधार पर जांच  से दिनांक 01.06.2019 को मणीपुर चौकी में आरोपी सुमित यादव, ललिता भगत व राजेश कुजूर के खिलाफ अपराध क्रमांक 311/2019 धारा 420.34 भादवि दर्ज कर विवेचना में लिया गया.

शिकायतकर्ता

 

पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्ग दर्शन में टीम बनाकर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी. मुखबीर की सूचना पर आरोपी सुमित यादव को घेरा बंदी करके केदारपुर में पुलिस ने पकड़ा है. जिससे  पूछताछ करने पर सुमित यादव ने बताया कि ललिता भगत, मन्ना दास के साथ मिलकर लोगों को जिला पंचायत में चपरासी, स्टेनो और ड्रायवर का पोस्ट खाली है. पैसा दोगे तो नौकरी लग जायेगा, बोलते थे. और पैसा लेकर आपस में बांट लेते थे. आरोपियों द्वारा अब तक कुल 15 व्यक्तियों से जिला पंचायत में नौकरी लगवाने के नाम पर कुल 50 लाख 60 हजार रूपये की ठगी किया गया है. आरोपी सुमित यादव व मुन्ना दास को दिनांक शुक्रवारको गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है. वहीं अन्य आरोपीयों की पतासाजी कर शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी.