विक्रम मिश्रा, प्रयागराज. पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था का पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार को आश्वासन दिया. साथ ही जिलाधिकारी में मृतक पत्रकार के परिजनों को ज्यादा से ज्यादा सहायता दिलाने का भी वादा भी किया. सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात पत्रकार एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू की धारदार हथियार से की गई निर्मम हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया है. पत्रकारों की सुरक्षा और अन्य मांगों को लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब का एक प्रतिनिधि मंडल संयोजक वीरेन्द्र पाठक की अगुवाई में जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र सिंह से मिला. पुलिस कमिश्नर ने पत्रकारों की सुरक्षा का आश्वासन दिया साथ ही आगे ऐसी घटनाएं न घाटी इसके लिए पूरा प्रयास किए जाने की बात कही.

दूसरी तरफ जिलाधिकारी ने मृतक परिवार को सरकारी सहायता के अलावा बच्चों की शिक्षा आदि व्यवस्था किए जाने की बात कही उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन की नीतियों के तहत ज्यादा से ज्यादा सहायता परिवार को दी जाएगी. प्रयागराज के सबसे पॉश इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात ने न केवल कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं, बल्कि पत्रकारिता जगत में गहरा आक्रोश और शोक की लहर दौड़ गई है.

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घटना के बाद शुक्रवार की सुबह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब की एक आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता क्लब के संयोजक वीरेंद्र पाठक ने की. बैठक में शहर के वरिष्ठ, युवा और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने बड़ी संख्या में भाग लिया. बैठक के दौरान सभी पत्रकारों ने एक स्वर में मृतक पत्रकार को न्याय दिलाने की मांग की और शासन-प्रशासन से सख्त कार्रवाई की अपील की. मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाए ताकि पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय मिल सके. मृतक पत्रकार के परिजनों को शासन की ओर से उचित आर्थिक सहायता प्रदान की जाए. घटना स्थल से अस्पताल तक ले जाने में हुई देरी की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए. बैठक में पत्रकारों ने घटना पर गहन चर्चा करते हुए चार प्रमुख बिंदुओं पर सर्वसम्मति व्यक्त की — पत्रकार एल.एन. सिंह हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.

इसी क्रम में शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब से जुड़े पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर प्रयागराज जोगिंदर कुमार और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा से मिला. पत्रकारों ने दोनों अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि शासन मृतक पत्रकार के परिवार को समुचित आर्थिक सहायता दे और हत्याकांड की गहन जांच कर शीघ्र पर्दाफाश किया जाए.

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पत्रकारों ने कहा कि शासन द्वारा पत्रकारों की सहायता के लिए निर्धारित राशि बेहद कम है, जिसे बढ़ाया जाना चाहिए ताकि दिवंगत पत्रकारों के परिवार को वास्तविक राहत मिल सके. अधिकारियों ने पत्रकारों को आश्वासन दिया कि मृतक पत्रकार के परिजनों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी और इस जघन्य हत्याकांड के पीछे के कारणों का शीघ्र खुलासा किया जाएगा. पत्रकारों ने प्रयागराज पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना भी की. पुलिस ने घटना के अगले ही दिन मुख्य आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया था, जिसके पैर में तीन गोलियां लगीं. अब पत्रकारों ने हत्याकांड में शामिल अन्य सहयोगियों की भी गिरफ्तारी की मांग की है, ताकि पूरे प्रकरण का सच सामने आ सके.