मेरठ में आधी रात सर्विलांस टीम व थाना टीपीनगर पुलिस की महिला अधिवक्ता की हत्या करने वाले शूटर से मुठभेड़ हो गई। वांछित आरोपी शहर से बाईपास की ओर जा रहा था। पुलिस ने घेराबंदी करके हत्यारोपी को पैर में गोली मारकर दबोच लिया।

थाना टीपीनगर के प्रभारी निरीक्षक सन्तशरण सिंह ने बताया, देर रात सर्विलांस टीम व थाना पुलिस शनिदेव मन्दिर के पास चेकिंग कर रहे थे, तभी मुखबिर द्वारा सूचना दी गई। 07 जून की सुबह महिला अधिवक्ता अंजलि गर्ग की हत्या में वांछित अभियुक्त शहर से बाईपास की तरफ जा रहा हैं।

सूचना पर पुलिस ने एक बाइक सवार को रूकने का ईशारा किया गया। बाइक सवार अभियुक्त पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर कर भागने लगा, पुलिस पार्टी द्वारा भी आत्मरक्षार्थ फायरिंग की गयी। जिसमें शूटर के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया।

घायल बदमाश ने अपना रोहित वर्मा उर्फ काकूल पुत्र योगेश कुमार निवासी बेरीपुरा थाना टीपीनगर बताया। घायल अभियुक्त से एक तंमन्चा-315 बोर मय 01 खोखा कारतूस व एक मोटरसाइकिल बरामद की गयी है।

क्या था मामला…

नीरज शर्मा की अंजली से मुलाकात 5 साल पहले हुई थी। वो अंजली से जबरन बात करना चाहता था। इस बात के चलते नीरज शर्मा और उसकी पत्नी श्वेता शर्मा के बीच झगड़ा भी हुआ था। कुछ दिन तक नीरज ने अंजली से दूरी बनाए रखी, लेकिन इसके बाद उसने फिर से पीछा करना शुरू कर दिया। अंजली अक्सर कचहरी घर से पैदल ही जाती थी। नीरज उसका वहां तक पीछा करता था। इसको लेकर अंजली ने दो मुकदमे दर्ज कराए थे। 6 महीने पहले नीरज ने अंजली के फेसबुक फोटो पर गलत टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद उसके खिलाफ अंजली ने तीन मुकदमे दर्ज कराए। आखिरी मुकदमा अंजली ने जान से मारने की धमकी देने का लिखवाया था, वही नीरज ने करके दिखा दिया।