विक्रम मिश्र, लखनऊ। कानून का इकबाल कायम करने के लिए पुलिस को भी अपनी कार्यशैली में परिवर्तन लाना ही पड़ा। ऐसे में बढ़ते अपराध की वजह कहें या फिर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान की देन। वजह चाहे जो भी हो, लेकिन जौनपुर की पुलिस बदमाशों को गोली मारने में पूर्वांचल में सबसे अव्वल है। नौ जिलों में मिलाकर जितने बदमाशों को एक साल में गोलियां मारी गईं उसमें करीब आधे बदमाशों को अकेले जौनपुर पुलिस ने मारी है।

पूर्वांचल में पिछले एक साल में 120 मुठभेड़

जौनपुर में औसतन हर सातवें दिन कहीं न कहीं पुलिस और बदमाशों की भिड़ंत हुई है। जिनमें से 80 फीसदी बदमाशों के पैर में ही गोली लगी। पूर्वांचल में पिछले एक साल में 120 मुठभेड़ हुए जिसमें 153 बदमाश घायल और चार ढेर हुए। पूर्वांचल के जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मऊ, बलिया, आजमगढ़, भदोही, सोनभद्र और मिर्जापुर जिले में इस साल भी खूब अपराध हुए। एक जनवरी से अब तक पुलिस की ओर से इन जनपदों में की गई कार्रवाई पर गौर करें तो सबसे ज्यादा मुठभेड़ जौनपुर में हुई हैं। यहां अब तक 54 मुठभेड़ में 71 बदमाश घायल हुए और तीन की मौत हो गई।

मिर्जापुर पुलिस ने एक दर्जन बदमाशों को गोली मारी

वहीं दूसरे नंबर पर आजमगढ़ है। यहां जौनपुर से आधा भी मुठभेड़ नहीं हुए। मिर्जापुर पुलिस ने भी आधा दर्जन से अधिक मुठभेड़ करके एक दर्जन बदमाशों को गोली मारी। सबसे कम मुठभेड़ की बात करें तो बलिया में एक भी नहीं और सोनभद्र पुलिस ने एक मुठभेड़ में दो बदमाशों को गोली मारी।

देखें जिलेवार आंकड़े

  • जिला- मुठभेड़, घायल, मृत्यु
  • जौनपुर- 54, 71, 03
  • आजमगढ़- 24, 27, 00
  • गाजीपुर- 20, 19, 01
  • मिर्जापुर- 09, 13, 00
  • मऊ- 05, 05, 00
  • भदोही- 04, 06, 00
  • चंदौली- 03, 10, 00
  • सोनभद्र- 01, 02, 00
  • बलिया- 00, 00, 00